दुनिया के सबसे ताकतवर आदमी के घर 'व्हाइट हाउस' के डरावने और चौंकाने वाले 12 किस्से
20 जनवरी,2021 को जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। वे दुनिया के सबसे पावरफुल देश के 46वें राष्ट्रपति होंगे। अमेरिका के वाशिंगटन में स्थित 'व्हाइट हाउस' राष्ट्रपति का आफिशियल निवास होता है। व्हाइट हाउस की कहानी 1791 में पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन की ड्रीम से शुरू होती है। वे चाहते थे कि अमेरिका के राष्ट्रपति का घर कुछ अलग हो। इस तरह 1792 में इसकी नींव रखी गई। व्हाइट हाउस को डिजाइन किया आइरिश मूल के आर्किटेक्ट जेम्स हॉबन ने। सबसे पहली बार 1800 में व्हाइट हाउस में जॉन एडम अपनी पत्नी एबीगेल के साथ रहने आए। तब तक व्हाइट हाउस का निर्माण जारी था। एडम अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति थे। वे 1797 से 1801 तक इस पद पर रहे। इस व्हाइट हाउस के इतिहास के साथ मर्डर, भूत और आगजनी के किस्से भी जुड़े हैं। यही नहीं, इसमें एक बंकर भी है, जिसमें मुसीबत के वक्त राष्ट्रपति छुप सकते हैं। जानते हैं व्हाइट हाउस से जुड़े किस्से...
- FB
- TW
- Linkdin
व्हाइट हाउस में एक बंकर है। अगर कोई मुसीबत आए, तो अमेरिका का राष्ट्रपति उसमें छुप सके। आपको बता दें कि जून, 2020 में पुलिस हिरासत में अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd)की मौत के बाद अमेरिका में अश्वेतों ने हिंसक प्रदर्शन किया था। तब ट्रम्प को बंकर में छुपना पड़ा था। बंकर कब बनवाया इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
1941 में पर्ल हार्बर अटैक के तुरंत बाद यह बंकर बनवाया गया था। तब फ्रेंकलिन रूजवेल्ट राष्ट्रपति हुआ करते थे। कहते हैं कि यह बंकर इतना मजबूत है कि न्यूक्लियर बम गिराने पर ही इसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। बता दें कि 7 दिसंबर, 1741 में दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान की सेना ने चुपके से अमेरिका पर हमला कर दिया था। बंकर में 16 लोग बैठ सकते हैं। 9/11 अटैक के समय भी बुश और बाकी अधिकारी इसमें बैठ गए थे।
कुछ दिन पहले ट्रम्प समर्थकों ने व्हाइट हाउस के बाहर हिंसक उपद्रव किया था। व्हाइट हाउस पहले भी ऐसे हमले झेलता रहा है। 1812 में हुए युद्ध के करीब 2 साल बाद ब्रिटेन ने व्हाइट हाउस में आग लगा दी थी। 1814 में आगजनी का शिकार बने व्हाइस हाउस को 1817 में फिर से पुराने रंग-रूप में लाया गया। इसके बाद यहां रहने को आए तत्कालीन राष्ट्रपति जेम्स मोनरो।
जेम्स मोनरो ने 1824 में व्हाइट हाउस में साउथ पोर्टिको का निर्माण कराया। 1829 में एंड्रयू जैक्सन ने नार्थ पोर्टिको बनवाया। पोर्टिको का आशय ब्लॉक से है। 19वीं शताब्दी में इस भवन को नये सिरे से बनाने का विचार किया गया, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
आपको बता दें कि 1901 में इस इमारत का नाम व्हाइट हाउस पड़ा था। 1902 में जब बतौर राष्ट्रपति रूजवेल्ट यहां रहने को आए, तब उन्होंने यहां एक बड़े आफिस विंग का निर्माण कराया था।
व्हाइट हाउस की दीवारों पर जॉन एडम से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति तक के फोटो लगे हुए हैं। इसके ग्राउंड फ्लोर पर एक सर्विस एरिया है। यहां दुनियाभर से आने वाले नेताओं के मनोरंनज का इंतजाम है।
व्हाइट हाउस में एक म्यूजियम में भी है, जिसमें अमेरिकी इतिहास, संस्कृति और जीवनशैली के बारे में जानकारी मिलती है।
व्हाइट हाउस में 132 कमरे हैं। वहीं, 35 बाथरूम। व्हाइट हाउस में 412 दरवाजे, 147 खिड़कियां, 28 फायरप्लेस, 8 स्टेयरकेस(सीढ़ियां) और तीन एलिवेटर(लिफ्ट) हैं।
व्हाइट हाउस का किचन इतना भव्य है कि इसमें एक साथ 140 लोगों के लिए खाना तैयार किया जा सकता है। इसमें 5 फुल टाइम शेफ काम करते हैं।
व्हाइट हाउस को दुबारा रंगने के लिए 2157 लीटर पेंट लगता है। इसे पहले प्रेसिडेंट्स पैलेस और प्रेसिडेंट्स हाउस या एग्जीक्यूटिव मेंशन भी कहा गया। कहते हैं कि 1994 में व्हाइट हाउस को पेंट करने पर 2 लाख 83 हजार डॉलर यानी करीब एक करोड़ 72 लाख का खर्चा आया था।
आयरलैंड में जन्मे ऑर्किटेक्ट जेम्स हॉबन ने व्हाइट हाउस का डिजाइन बनाया था। इसका निर्माण कार्य 1792 से 1800 तक चला। जिस जगह पर व्हाइट हाउस है, वहां कभी घना जंगल हुआ करता था।
1865 में व्हाइट हाउस के अंदर ही 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की गाली मारकर हत्या कर दी गई थी। ऐसा कहते हैं कि उनकी आत्मा व्हाइट हाउस में भटकती है। अमेरिका के 30वें राष्ट्रपति रहे केल्विन कुलिज की पत्नी ग्रेस को पहली बार इसका आभास हुआ था।
(व्हाइट हाउस में अब्राहम लिंकन का कमरा)