- Home
- World News
- अपने ही 'अंतिम संस्कार' के लिए महिला ने खर्च किए 75 हजार रुपए, रोने के लिए दोस्तों को भी बुलाया
अपने ही 'अंतिम संस्कार' के लिए महिला ने खर्च किए 75 हजार रुपए, रोने के लिए दोस्तों को भी बुलाया
वर्ल्ड डेस्क. एक महिला ने अपने खुद के अंतिम संस्कार (Funeral) के लिए 710 पाउंड्स (करीब 75 हजार रुपए) खर्च किए हैं। कोरोना संक्रमण (coronavirus) के कारण दुनियाभर में हो रही मौतों के बीच चिली (Chile) की रहने वाली 59 साल की मायरा अलोंजो ने अपना फेक अंतिम संस्कार कराया। इसके लिए उसने प्लानिंग करके अपने दोस्तों को भी बुलाया। हम आपको बताते हैं कौन है ये महिला।
- FB
- TW
- Linkdin
दोस्तों को बुलाया
कोरोना काल (covid-19) में हुई मौतों से मायरा अलोंजो (Mayra Alonzo) प्रभावित हुई। उसने खुद का एक नकली अंतिम संस्कार करने का प्लान बनाया। सभी दोस्तों को बुलाया और उन्हें अपने प्लान के बारे में भी बताया। उसने इस मौके के लिए अपने खास दोस्तों को भी इसके लिए बुलाया।
कैसे आया आइडिया
मायरा अलोंजो, सैंटियागो में रहती हैं। कोरोना के कारण हो रही मौतों को देखकर उनके दिमाग में खुद का अंतिम संस्कार कराने का आइडिया आया और इसका रिहर्सल करने की प्लानिंग की। पहले कई दोस्त इसके लिए तैयार नहीं हुए।। लेकिन मायरा अलोंजो ने सारे दोस्तों को इस रिहर्सल में शामिल होने के लिए माना लिया।
ताबूत (coffin) में लेटी रहीं
अंतिम संस्कार के रिहर्सल के लिए मायरा ने एक दिन के लिए ताबूत को किराये से लिया। फिर इसमें वो कुछ घंटों तक लेटी रहीं। रिहर्सल के लिए वहां खड़े दोस्तों और परिवार के लोगों ने नकली आंसू भी बहाए। हालांकि कुछ लोग फोटो भी ले रहे थे।
सफेद ड्रेस (White dress) पहनी
रिहर्सल के लिए मायरा ने सफेद ड्रेस पहनी। फूलों का एक क्राउन पहना। उन्होंने अपने नाक में रुई भी लगाई हुई थी। ठीक उसी तरह जिस तरह किसी की मौत होने पर उसे अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया जाता है।
क्या कहा मायरा ने
मायरा ने कहा-यह उनके लिए एक सपने के जौसा था। उन्होंने कहा कि अब मरने के बाद उनको अंतिम संस्कार की जरूरत नहीं है उन्होंने अपनी इस जिंदगी में सबकुछ देख लिया है। मैंने इसलिए ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैं लंबे समय से कोरोना के कारण मौतों के आंकड़े देख और सुनकर प्रभावित थी।
सोशल मीडिया में उड़ रहा मजाक
अंतिम संस्कार की रिहर्सल के बाद अब सोशल मीडिया में मायरा के बारे में चर्चा हो रही है। इस रिहर्सल पर कुछ लोगों का कहना है कि यह पब्लिसिटी स्टंट है और वायरस से मरे लोगों का मजाक है।