सार
मीडिया खबरों के अनुसार आरोपी तौसीफ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को निकिता को मारने की वजह भी बताई। उसने कहा है कि वह निकिता से प्यार करता था। उसकी कहीं और शादी होने वाली थी, इसलिए मैंने उसे गोली मारी।
फरीदाबाद (हरियाणा). बल्लभगढ़ में कॉलेज से परीक्षा देकर घर लौट रही छात्रा निकिता की सोमवार को दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एकतरफा प्यार में पागल हुआ आशिक वारदात को अंजाम देने के बाद अपने साथी के साथ मौके से फरार हो गया था। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने के दूसरे दिन मंगलवार शाम में फरीदाबाद पुलिस ने मुख्य आरोपी तौसीफ और उसके दोस्त रेहान को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में उसने बताया कि निकिता की हत्या उसने किस वजह से की।
आरोपी ने कबूला गुनाह..बताई वजह
मीडिया खबरों के अनुसार आरोपी तौसीफ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को निकिता को मारने की वजह भी बताई। उसने बताया कि 'वह निकिता से प्यार करता था। उसकी कहीं और शादी होने वाली थी, इसलिए मैंने उसे गोली मार दी'। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच 24-25 अक्टूबर की रात फोन पर बातचीत हुई थी। उसने कहा कि 'निकिता को लेकर उसे पुलिस ने एक बार पहले भी गिरफ्तार कर लिया था जिसकी वजह से मैं अपनी मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पाया। बस यह उसी बात का बदला था, जो मैंने ले लिया।'
(वारदात के समय की यह फोटो सीसीटीवी में कैद हो गई)
क्या कहा हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने?
विवाद को लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि फरीदाबाद में कल शाम एक छात्रा की निर्मम हत्या मामले को लेकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों से हत्या का हथियार भी बरामद कर लिया गया है। एसीपी क्राइम अनिल कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी परिवार को न्याय दिलाने के लिए त्वरित जांच और सुनवाई सुनिश्चित करेगी।
दादा थे मंत्री तो भाई है अभी विधायक
बता दें कि आरोपी तौसीफ राजनीतिक परिवार से संबंध रखता है। उसके दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं। वहीं उसका चचेरा भाई आफताब अहमद मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक है। इतना ही नहीं आफताब अहमद के पिता खुर्शीद अहमद, हरियाणा के पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं। आरोपी के एक चाचा जावेद अहमद विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। बता दें कि आरोपी राजस्थान के मेवात का रहने वाला है।
पीड़ित परिवार ने अंतिम संस्कार करने से मना किया
मंगलवार को आक्रोशित भीड़ ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के चक्कर में जमकर हंगामा किया। वहीं पीड़ित परिवार भी इंसाफ के लिए सड़क पर धरने पर बैठ गया। यहां उन्होंने बल्लभगढ़ में दिल्ली-मथुरा नेशनल हाइवे को जाम कर दिया। वे आरोपियों के एनकाउंटर करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने मृतका का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया जिसके बाद पुलिस उन्हे समझाती दिखी।
पिता ने बयां किया बेटी का दर्द
अब सामने आया है कि यह मामला लव जिहाद का है। लड़की के पिता मूलचंद तोमर ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि तौशीफ उनकी बेटी से जबरन शादी करना चाहता था, इसके लिए वह आए दिन उससे दोस्ती के लिए दबाव बना रहा था। इसके साथ ही तौसिफ उसे धर्म बदलने के लिए भी दबाव बना रहा था। वह पहले भी निकिता को अगवा कर चुका है। आए दिन रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ करता था। बेटी चुपचाप सब सहती रहती थी, किसी को कुछ नहीं बताती थी। हमने पहले भी उसकी पुलिस से शिकायत की थी। लेकिन परिवार राजनीति में होने के चलते उसको छोड़ दिया गया था।
मामले की जांच के लिए गठित हुई SIT
वहीं अब इस मामले को लेकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है, जांच के लिए हमने एक एसआईटी गठित कर दी है। अब इसकी जांच बड़े अधिकारी इसकी चांच करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सबूत जुटाकर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेंगे।
2 साल पहले भी लड़की का किया था किडनैप
बता दें कि निकिता तोमर मूलत: यूपी के हापुड़ की रहने वाली थी। यहां वो सेक्टर-23 स्थित एक सोसायटी में किराये से रहकर पढ़ाई कर रही थी। आरोपी 12वीं तक उसके साथ पढ़ा है। वो कई बार लड़की को फंसाने की कोशिश कर चुका था। लेकिन लड़की ने उसे इग्नोर कर दिया। आरोपी ने 2018 में भी निकिता का किडनैप किया था। लेकिन तब इस मामले में समझौता हो गया था। सोमवार को लड़की एग्जाम देने गई थी। वापसी में वो कॉलेज के बाहर मां और भाई का इंतजार कर रही थी। तभी आरोपी अपने दोस्तों के साथ कार से वहां पहुंचा। उसने लड़की को कार में खींचने की कोशिश की। उसी दौरान उसका भाई पहुंच गया, तभी उसने अपने आप को नाकाम होते देख, लड़की को गोली मार दी।
आर्मी में जाना चाहती थी निकिता, लेकिन टूट गए सारे सपने
निकिता को घायल अवस्था में अस्पताल लेकर जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। वो लेफ्टिनेंट बनना चाहती थी। निकिता पढ़ने में होशियार थी। वो बीकॉम में टॉपर रही थी। उसने एयरफोर्स के लिए भी एग्जाम दिया था। लड़की के परिजनों ने बताया कि इससे पहले तौफीक के परिजनों ने पैर पकड़कर माफी मांग ली थी, इसलिए मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा था।