सार

हरियाणा के भिवानी से नए साल के पहले दिन बड़े हादसे की खबर सामने आई है। जहां खनन के दौरान पहाड़ दरकने से 20-25 लोग दब गए। अब तक 4 लोगों के शव निकाले गए हैं। हादसे की जानकारी लगते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। 
 

भिवानी. हरियाणा के भिवानी से नए साल के पहले दिन बड़े हादसे की खबर सामने आई है। जहां खनन के दौरान पहाड़ दरकने से 20 से 25 लोग दब गए। पहाड़ के वजनी पत्थरों के नीचे कई पोकलेन मशीनें, ट्रक और अन्य वाहन भी दब गए हैं। अब तक 4 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। हादसे की जानकारी लगते ही एसडीएम मनीष फौगाट स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचे। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। 

पत्थरों के नीचे कई मजदूर दबे
दरअसल, यह भयानक हादसा विभानी के डाडम खनन क्षेत्र से शनिवार सुबह करब 9 बजे सामने आया है। जहां अचानक पहाड़ का बड़ा हिस्सा दरकने से कई बड़ी चट्टानें नीचे आ गईं। जिससे खनन के काम में जुटीं गाड़ियां मौके पर ही मलबे के भीतर दब गईं। वहीं पत्थरों के नीचे कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि कितने लोग पहाड़ के नीचे दबे हैं।

पहाड़ खोदने का काम कर रहे थे मजदूर
बता दें कि खानक और डाडम में पहाड़ खनन कार्य चल रहा था। इस पहाड़ को खोदने वालों में हरियाणा, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजदूर शामिल थे। बताया  जाता है कि प्रदूषण के कारण 2 महीने पहले ही खनन कार्य पर रोक लगा गई थी। लेकिन गुरुवार को NGT ने इसके खनन की अनुमति दे दी थी। इसके बाद से पहाड़ को खोदा जा रहा था।

चट्टानों को हटाने में लग जाएंगे कई दिन
फिलहाल दो लोगों को बाहर निकाला गया है, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है, इस दौरान सिविल अस्पताल तोशाम के डॉक्टरों की टीम और कई ऐंबुलेंस भी मौके पर मौजूद है। अधिकारियों का कहना है कि पहाड़ का जो हिस्सा गिरा है वह इतना बड़ा है कि उसे हटाने में ही कई दिन लग जाएंगे। पुलिस और प्रशासन ने मीडिया के घटनास्थल पर जाने पर पाबंदी लगा दी है।

हादसे की जानकारी लगते ही हरियाणा के कृषि मंत्री पहुंचे
बता दें कि पुलिस और प्रशासन ने मीडिया के घटनास्थल पर जाने पर पाबंदी लगा दी है। वहीं घटना की जानकारी लगते ही कृषि मंत्री जेपी दलाल और भिवानी के SP अजीत सिंह शेखावत अमले के साथ मौके पर पहुंचे हैं। वहीं खानक-डाडम क्रशर एसोसिएशन चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय घटना हुई, वहां कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था। 

खनन करने वाली कई मशीनें मलबे में दबीं
बता दें कि अब तक पहाड़ के खिसकने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पहाड़ अपने आप खिसका है या फिर कोई धमका हुआ है, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस हादसे में खनन में उपयोग होने वाली पोपलैंड और अन्य कई मशीनें भी मलबे में दब गई हैं।  
 

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