सार


दिल दहलाने वाली यह घटना जितनी चादर है, उससे कहीं ज्यादा पैर फैलाने का नतीजा है। मां-बाप के झगड़े में मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ गई। घटना हरियाणा के पानीपत में हुई।
 

पानीपत, हरियाणा. ऐसी कई कहावतें बनी हैं, जो जिंदगी का फलसफा यानी दर्शन होती हैं। वे एक सबक भी होती हैं। ऐसी ही एक कहावत है कि जितनी चादर हो, उतने पैर पसारने चाहिए। हद पार करना..जिंदगी में जहर घोल देता है, कभी-कभार अपराध करा देता है। दिल दहलाने वाली यह घटना भी यही बताती है। मां-बाप के झगड़े में इस मासूम को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ गई। हत्यारी कोई और नहीं, उसकी नानी बन गई। नानी ने बेटी-दामाद को झगड़ते देखकर इस फूल-सी नातिन को गोद से फेंक दिया था। बच्ची मुंह के बल फर्श पर गिरी और तड़प-तड़पकर उसने दम तोड़ दिया। अब मां-बाप और नानी...तीनों सिर पीट रहे हैं। अपने किए पर पछता रहे हैं। लेकिन अब बच्ची तो लौटने से रही।

स्मार्ट फोन चाहती थी मां
यह घटना पानीपत जिले के बापौली कस्बे से सटे राणा माजरा गांव की है। पुलिस के अनुसार यहां रहने वाले बिलाल की 4 साल पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी आसमीन यूपी के मेरठ जिले के हरा गांव की रहने वाली है। शादी के बाद से ही दोनों के बीच विवाद होने लगा था। इसके बाद आसमीन ने अपने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया था। आसमीन और बिलाल अलग रहने लगे थे। दोनों की बड़ी बेटी 3 साल की सुनैया पिछले तीन महीने से नानी संजीदा के पास थी। वहीं छोटी बेटी अकशा(5 महीने) को लेकर मां के एक अलग घर में रहने लगी थी।

हालांकि कुछ दिन पहले कपल में समझौता हो गया था। दोनों फिर से साथ रहने लगे थे। आसमीन की मां संजीदा बेटी-दामाद के पास आई थी। इसी दौरान आसमीन का नये स्मार्ट फोन की बात पर झगड़ा हो गया। बिलाल का कहना था कि अभी उसकी गुंजाइश नहीं है। जब होगी, तब खरीदकर दे देगा। इस बात पर दोनों के बीच झगड़ा बढ़ गया। तब अकशा अपनी नानी की गोद में थी। संजीदा दामाद-बेटी के झगड़े से इतना बौखला गई कि उसने नातिन को गोद से दूर फेंक दिया।