सार

कोरोना वायरस महामारी का असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा पड़ रहा है। जो लोग पहले से किसी तरह की मानसिक समस्या के शिकार नहीं हैं, उनमें भी चिंता और तनाव के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं। जो लोग पहले से किसी मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं, उनकी हालत ज्यादा ही खराब हो रही है। 

हेल्थ डेस्क। कोरोना वायरस महामारी का असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा पड़ रहा है। जो लोग पहले से किसी तरह की मानसिक समस्या के शिकार नहीं हैं, उनमें भी चिंता और तनाव के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं। जो लोग पहले से किसी मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं, उनकी हालत ज्यादा ही खराब हो रही है। सभी लोग एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। पूरी दुनिया कोरोना से होने वाली तबाही का सामना कर रही है। एक के बाद एक देशों में लॉकडाउन लागू किया जा रहा है। कोरोना से मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में, लोगों में चिंता और भय का माहौल बनना स्वाभाविक है। लेकिन इन परिस्थितियों पर किसी का वश नहीं है। लोग ज्यादा से ज्यादा खुद को सुरक्षित रखने के उपाय कर सकते हैं। जानें कुछ तरीके जिनसे तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिल सकती है और डिप्रेशन की समस्या से बचाव हो सकता है। 

1. जानकारी रखें, पर हर समय खबरें मत पढ़ें
इस समय यह जानकारी रखना जरूरी है कि दुनिया में कोरोना का किस हद तक फैलाव हो चुका है, उसे रोकने के क्या उपाय किए जा रहे हैं, इसके बारे में सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी की है या नहीं, ताकि आप सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठा सकें। लेकिन हर समय इसके बारे में अपडेट लेने की कोशिश नहीं करें। दूसरे, आप यह ध्यान रखें कि जानकारी प्रामाणिक हो। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन या सरकारी मेडिकल संस्थानों ने जो जानकारी दी हो, उसी पर भरोसा करें। टीवी या वेबसाइटों पर हमेशा कोरोना से जुड़े समाचार मत देखें। सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों से बचें।

2. जो संभव हो, वही करें
कई बार लोगों के सामने ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं कि वे चाहते हुए भी बहुत ज्यादा नहीं कर सकते। खास कर, किसी तरह महामारी फैलने पर इंसान खुद को लाचार महसूस करने लगता है। ऐसे में आपसे जो संभव हो पा रहा हो, वही करें। ज्यादा सोचें मत। महामारी का सामना सभी कर रहे हैं। आप अपना और अपने परिवार का बचाव करने की कोशिश कर सकते हैं। हाइजीन संबंधी जो बातें कोरोना से बचाव के लिए बताई गई हैं, उनका पालन करें।

3. लोगों से जुड़ाव बनाए रखें
लॉकडाउन का मतलब यह नहीं है कि आप लोगों से पूरी तरह कट गए हैं। आप उनसे दूर हैं, लेकिन फोन और सोशल मीडिया के जरिए दूसरे शहरों में रहने वाले अपने परिवार के लोगों और दोस्तों से संपर्क बनाए रखें। उनसे हल्की-फुल्की बातें करें। कोरोना की चर्चा जरूरत पड़ने पर ही करें। हर समय एक ही बात करने से लोग मानसिक रूप से परेशान हो जाते हैं और उनकी चिंता बढ़ जाती है।

4. हमेशा अपना ख्याल रखें
इस महामारी के दौरान सबसे पहले अपना ख्याल रखें। एक सही रूटीन मेंटेन करें। सही समय पर सोएं और जागें। एक्सरसाइज करें। हेल्दी डाइट लें। हर समय कोरोना की चिंता में पड़े रहने की जगह घर के लोगों से बातचीत करें। कोई अच्छी किताब पढ़ें। बच्चों के साथ इनडोर गेम खेलें। म्यूजिक सुनें। बच्चों से बातचीत करें। घर में किसी चीज की कमी हो तो उसे लेकर ज्यादा परेशान मत रहें। यही सोचें कि एक से विपत्तियां आईं और गईं, कोरोना भी जाएगा।

5. दूसरों की मदद करें
यह ऐसा समय है जब बहुत से लोगों को मदद की जरूरत है। आपसे अगर किसी की मदद संभव है तो यह करें। इस समय आप जरूरतमंद लोगों की कई तरह से मदद कर सकते हैं। आप कुछ लोगों के लिए खाने का इंतजाम कर सकते हैं। उनके लिए दवाइयों की व्यवस्था कर सकते हैं। महामारी फैलने पर कई तरह की अफवाहें भी फैलती हैं और इससे असामाजिक तत्व फायदा उठाते हैं। इनसे संभव हो तो लोगों को सचेत करें। जो लोग गरीब हैं, उन्हें मदद की बहुत जरूरत है। अगर संभव हो तो उनकी मदद करें। इससे आपको बेहतर महसूस होगा।