सार

 COVID Symptoms in Child : XE वेरिएंट के लक्षण को देखें तो फीवर,  लगातार नाक से पानी बहना, गले में सूजन या दर्द, बॉडी पेन, सूखी खांसी, लूज मोशन, उल्टी आना जैसे सामान्य लक्षण ही दिखाई दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने एक लक्षण पर विशेष ध्यान रखने को कहा है। 

हेल्थ डेस्क, COVID Symptoms in Child : कोरोना की चौथी लहरका सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। बच्चों को अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगी है। हालांकि 12 साल से अधिक उम्र के किशोरों का वैक्नीशन शुरु हो गया है। लेकिन माता-पिता में इसके साइड इफेक्ट के खौफ के चलते ये अभी गति नहीं पकड़ पा रहा है। इस बीच ओमिक्रॉन BA.2 और XE वैरिएंट सबसे ज्यादा बच्चों पर असर डाल रहा है। जानकारी के मुताबिक कोरोना XE वेरिएंट बेहद तेजी से संक्रमण फैलाता है। ये 70 गुना अधिक संक्रामक है। 

दिल्ली में बढ़े तेजी से मामले 
चीन में कई शहरों में कोरोना वायरस की वापसी हुई है। यूरोप में एक बार कोविड-19 के मामले बढ़े हैं। भारत में एक बार फिर कोरोना पैर पसार रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण मेंतेजी देखी गई है। इस बारसबसे चिंताजनक बात ये है कि कोरोना से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। दिल्ली, गाजियाबाद सहित NCR इलाकों के दर्जनों स्कूलों में स्टूडेंस  कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इससे पहले कोरोना की तीन लहरें आ चुकी हैं, लेकिन ज्यादातर बच्चे इससे सुरक्षित रहे, लेकिन इस बार चौथी लहर ने बच्चों पर अटैक करना शुरु कर दिया है।

डरें नहीं, बचाव करें
नए वेरिएंट XE का प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। हालांकि मुत्युदर ना के बराबर है, इसलिए माता-पिता को इससे डरने के बजाए सभी एहतियात बरतना जरुरी है। बच्चों में कोरोना के लक्षण दिखने पर उसकी सय पर जांच और इलाज शुरुकर दें। इससे बहुत जल्दी आपका बच्चा चुस्त-दुरुस्त हो जाएगा। यहां ये ध्यान रखें कि आप जल्द से जल्द के बच्चों में कोरोना के लक्षणों को पॉइंट आउट करके उसके इलाज में जुट जाएं।

XE वेरिएंट के लक्षण 
XE वेरिएंट के लक्षण को देखें तो फीवर,  लगातार नाक से पानी बहना, गले में सूजन या दर्द, बॉडी पेन, सूखी खांसी, लूज मोशन, उल्टी आना जैसे सामान्य लक्षण ही दिखाई दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स ने एक लक्षण पर विशेष ध्यान रखने को कहा कि इसके मुताबिक कोरोना के इस नए वेरिएंट में बच्चों को शरीर में सूजन दिकाई दे तो ये कोरोना का एक्सई वेरिएंट का प्रभाव हो सकता है। इसे मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (multisystem inflammatory syndrome) कहा जाता है। ये कई हफ्तों  तक बना रहे सकता है। बच्चों में ऐशी कोई भी परेशानी दिखे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।  

बच्चों पर रखें खास नजर
एक्सपर्ट मानें तो बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने वाले भोज्य पदार्थ जरुर दें। अच्छी नींद लेने दें, गंदगी से दूर रहें।  बच्चों को घर परही पढ़ाएं, बाहर ना निकलने दें। गर्मी में लू आदि से भी बचाव करें। वहीं जल्द से जल्द 12 या इससे अधिक उर्मके बच्चों का टीकाकरण कराएं।  

kids Corona Vaccine
इस बीच अच्छी खबर ये है कि DCGI (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने देश में 5 से 11 साल के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए  बायोलॉजिकल ई की कॉर्बेवैक्स (Corbevax) वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की सिफारिश कर दी है। न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों से हवाले से ये जानकारी दी गई है कि देश के औषधि नियामक DCGI की विषय विशेषज्ञ समिति ने 5 से 11 साल के बच्चों को बायोलॉजिकल ई की कॉर्बेवैक्स (Corbevax) वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग की सिफारिश कर दी है।

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