सार

आम तौर पर लोग कहते हैं कि दिन में नहीं सोना चाहिए। बड़े लोग तो दिन में कुछ समय के लिए झपकी ले लेते हैं, लेकिन बच्चों को सोने से रोका जाता है।

हेल्थ डेस्क। क्या आप दिन में सोना गलत मानते हैं? अगर ऐसा सोचते है तो आप यह जान लें कि एक रिसर्च के अनुसार, दिन में सोना या हल्की झपकी लेने से मेमोरी अच्छी हो जाती है। खासकर बच्चों के लिए दिन में नींद लेना बढ़िया रहता है। इससे बच्चों की लर्निंग पावर बढ़ जाती है और मेमोरी भी तेज हो जाती है। एक रिसर्च के मुताबिक, उन बच्चों की मेमोरी ज्यादा तेज होती है जो क्लास में या दिन में एकाध बार जरूर झपकी ले लेते हैं। बच्चों का दिन में थोड़ा भी सोना जरूरी है। इससे बच्चे स्कूल में जो सीखते हैं, वह उन्हें याद रहता है।
 
अच्छी होती है परफॉर्मेंस
जो बच्चे दिन में थोड़ी झपकी ले लेते हैं, उनकी परफार्मेंस ज्यादा अच्छी होती है, बनिस्पत उन बच्चों के जो दिन में नहीं सोते। इसके लिए कुछ समय पहले यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के शोधकर्ताओं ने 40 बच्चों पर एक स्टडी की और अपनी रिपोर्ट नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज को भेजी। लर्निंग प्रॉसेस की स्टडी करने वाली रेबेका स्पेंसर ने कहा कि सभी 40 स्कूली बच्चों की सोने से पहले मेमोरी चेक की गई और सोने के बाद भी मेमोरी का टेस्ट किया गया।

दिए गए विजुअल टास्क
रिसर्च टीम ने कुछ बच्चों को विजुअल पिक्चर टास्क दिया। इसमें बच्चों को कलरफुल पिक्चर दिखाई गई और उसे याद रखने के लिए कहा गया। इस टास्क में प्रत्येक बच्चे का भाग लेना जरूरी था। इसमें बच्चों को दो तरह की कंडीशन दिखायी गई। सबसे पहले बच्चों को पिक्चर दिखाते-दिखाते सोने या झपकी लेने के लिए उत्साहित किया गया। इसे क्लास में ऑब्जर्ब किया गया और 77 मिनट तक रिकॉर्ड किया गया गया। दूसरे टास्क में बच्चों को सोने नहीं दिया और पिक्चर देखने के लिए जगाए रखा गया। इसके बाद बच्चों की मेमोरी सोने से पहले और सोने के बाद टेस्ट की गई। इस टेस्ट में यह भी देखा गया कि रात में सोने से मेमोरी ज्यादा बढ़ती है या दिन में सोने से मेमोरी पर असर पड़ता है।

क्या आया रिजल्ट
इस टेस्ट में पाया गया कि 65 प्रतिशत बच्चों की मेमोरी उन बच्चों की तुलना में ज्यादा तेज थी जो दिन में झपकी लेते हैं। उन बच्चों की मेमोरी दूसरे बच्चों की तुलना में निश्चित रूप से ज्यादा पाई गई। इसलिए अगर आपके बच्चे दिन में कुछ समय के लिए सोते हैं तो यह अच्छा है। अगर वे दिन में झपकी नहीं लेते तो आप उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करें और उनमें यह आदत डलवाएं।