सार

इस मौसम में जिमीकंद जिसे सूरन भी कहा जाता है, काफी मिलता है। यह जमीन के अंदर पैदा होता है। स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ही फायदेमंद माना गया है। 

हेल्थ डेस्क। सितंबर से लेकर दिसंबर-जनवरी तक जिमीकंद काफी मिलता है। इसे सूरन भी कहते हैं। यह जमीन के अंदर होता है। इसकी सब्जी बना कर खाते हैं। इसका चोखा या भरता भी बहुत स्वादिस्ट होता है। लहसुन डाल कर इसका अचार भी बनाया जाता है, जिसे सरसों के तेल में लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। जिमीकंद स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इस मौसम में इसे खाने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है, साथ ही शरीर को कई पोषक तत्व भी मिलते हैं। जिमीकंद में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन बी 6, विटामिन बी 1, फॉलिक एसिड और बीटा कैरोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को जरूरी पोषण देने के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं। जानते हैं जिमीकंद के क्या हैं फायदे।

1. खून की कमी को करता है दूर
जिमीकंद खून में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है। इसमें कई तरह के खनिज होते हैं। यह शरीर में खून की कमी नहीं होने देता। किसी भी तरह की कमजोरी में जिमीकंद खाने से फायदा होता है। 

2. त्वचा के लिए फायदेमंद
जिमीकंद में विटामिन सी, विटामिन बी 6 के साथ बीटा कैरोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ये त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखते हैं। जिमीकंद की सब्जी या चोखा नियमित खाने से शरीर में नई कोशिकाओं का तेजी से निर्माण होता है। जिमीकंद बढ़ती उम्र के असर को कम करता है।    

3. हार्ट को रखता है हेल्दी
जिमीकंद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसमें पोटेशियम भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। जिमीकंद को नियमित खाने के कोलेस्ट्रॉल जम नहीं पाता। इससे दिल की रक्तवाहिनियों के सिकुड़ने की समस्या नहीं होती। यह दिल तक रक्त के प्रवाह को सही रखता है। 

4. कैंसर के खतरे को करता है कम
जिमीकंद में मौजूद फाइबर हमारे शरीर में भोजन और दूसरे माध्यम से जाने वाले विषैले तत्वों को सोख लेता है। ऐसे ही तत्व कैंसर का कारण बनते हैं। इस तरह यह कैंसर से भी बचाव करता है। जिमीकंद खासकर कोलोन कैंसर से बचाव करता है। 

5. आंखों के लिए फायदेमंद
जिमीकंद में विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में होता है। इससे यह आंखों के लिए भी फायदेमंद है। अगर नियमित जिमीकंद का सेवन किया जाए तो इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और आंखों में संक्रमण भी नहीं होता है।