सार

आंखों में कोई समस्या होने से परेशानी बढ़ जाती है। आजकल अक्सर लोगों को आंखों की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसकी कई वजहें हैं।

हेल्थ डेस्क। हम आंखों से ही इस दुनिया को देखते हैं। जाहिर है, आंखों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। चेहरे की खूबसूरती में आंखें सबसे खास हैं। कहा जाता है - हिरणी जैसी आंखें। गर्मी, सर्दी और बदलते मौसम में चेहरे के साथ-साथ आंखों पर भी असर पड़ता है। कम सोने या स्ट्रेस से आंखों के नीचे काले घेरे पड़ जाते हैं, वो सूज जाती हैं उनमें दर्द भी होता है। डस्ट और प्रदूषण के अलावा कम्प्यूटर पर काम करना भी आज के समय में आंखों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन रहा है। ज्यादा देर तक कम्प्यूटर पर काम करने से आंखें कमजोर होने लगती हैं और सिरदर्द होने लगता है। आंखों की देखभाल के लिए धूल और प्रदूषण से तो बचना जरूरी है ही, कम्प्यूटर पर काम करने के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। जानें आंखों की ठीक से देखभाल के लिए क्या करें।
 
1. विटामिन ए ज्यादा लें
आंखों को सुंदर और हेल्दी बनाए रखने के लिए सबसे पहले अपने खाने में विटामिन ए की मात्रा बढ़ाएं। पालक, गाजर, हरी सब्जियां ज्यादा से ज्यादा खाएं। आंवला का भी सेवन करें। इससे आंखों की रोशनी ठीक रहती है और जल्दी कोई इन्फेक्शन भी नहीं होता है। 

2. आंखों में रोज आई ड्रॉप डालें
अगर आंखों में दर्द या जलन की समस्या हो तो डॉक्टर से मिल कर कोई आई ड्रॉप ले लें। उसे रोजाना आंखों में डालें। साथ ही, आंखों के चारों तरफ लोशन भी लगाएं। बाहर से आने के बाद आंखों को ठंडे पानी से साफ करें। आंखों के नीचे ज्यादा क्रीम, मॉइश्चराइजर या फेशियल मास्क नहीं लगाएं। 

3. खीरे का जूस और गुलाब जल
खीरे का रस और गुलाब जल रूई में भिगोकर आंखों पर रखें। ऐसा दिन में दो बार भी कर सकते हैं, लेकिन सोने से पहले जरूर करें। इससे आंखों को ठंडक मिलेगी और आपको आराम महसूस होगा।

4. पुदीने का पेस्ट
पुदीने को पीसकर उसका पेस्ट आंखों के चारों तरफ लगाएं। इससे डार्क सर्कल खत्म कम होते हैं। पुदीने का इस्तेमाल करने से आंखों पर स्ट्रेस कम पड़ता है। गर्मी के दिनों में यह उपाय जरूर करना चाहिए।

5. पूरी नींद लें
हर आदमी के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। कम सोने से भी आंखों पर स्ट्रेस बढ़ता है। इसलिए ठीक समय पर सोएं और पूरी नींद लें। अगर समय मिले तो दिन में भी थोड़ी झपकी ले लें। नींद पूरी होने से आंखों की समस्या जल्दी नहीं होती।