सार

संग्राम सिंह (Sangram Singh) प्रोफेशनल रेसलर हैं। इसके साथ ही वे समाज सेवा के कामों से भी जुड़े हुए हैं। संग्राम सिंह एक एक्टर और मोटिवेशनल  स्पीकर होने के साथ ही हेल्थ एक्सपर्ट भी हैं। अभी पूरा देश कोरोनावायरस महामारी के खतरे से जूझ रहा है। त्योहारों का समय भी नजदीक आ गया है। ऐसे में, एशियानेटन्यूजेबल (Aisanetnewsable) से एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संग्राम सिंह ने हेल्थ और फिटनेस से जुड़ी कुछ खास बातें कही हैं।

हेल्थ डेस्क। संग्राम सिंह (Sangram Singh) प्रोफेशनल रेसलर हैं। इसके साथ ही वे समाज सेवा के कामों से भी जुड़े हुए हैं। संग्राम सिंह एक एक्टर और मोटिवेशनल  स्पीकर होने के साथ ही हेल्थ एक्सपर्ट भी हैं। अभी पूरा देश कोरोनावायरस महामारी के खतरे से जूझ रहा है। त्योहारों का समय भी नजदीक आ गया है। ऐसे में, एशियानेटन्यूजेबल (Aisanetnewsable) से एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संग्राम सिंह ने हेल्थ और फिटनेस से जुड़ी कुछ खास बातें कही हैं। जानें, इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संग्राम सिंह ने फिजिकल और मेंटल हेल्थ को लेकर क्या कहा।

1. कोरोनावायरस महामारी से फैली तबाही
संग्राम सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी से चौतरफा तबाही फैली है। खासकर, आर्थिक मोर्चे पर इससे बेहद नुकसान हुआ है। इससे हर इंसान मानसिक तौर पर कमजोर हो गया है। लोगों को इतनी तरह की पाबंदियों का सामना करना पड़ रहा है कि वे परेशान हो गए हैं। संग्राम सिंह ने कहा कि इस महामारी से जहां लाखों लोगों की मौत हो गई, वहीं इससे एक डर का माहौल भी बन गया है। लोगों को समझ में आ रहा है कि यह कितनी बड़ी प्राकृतिक आपदा है। फिर भी इससे बचाव के लिए लोगों को अपना मनोबल मजबूत रखना होगा। 

2. इस महामारी से मिला सबक
संग्राम सिंह ने कहा कि कोरोनावारस महामारी से पूरी दुनिया के साथ ही भारत में भी तबाही तो बहुत मची, लेकिन इसने हमें कुछ सबक भी दिया। इससे हमें यह समझने का मौका मिला कि हमारी सीमाएं क्या हैं। इसके साथ ही, हमें नई संभावनाओं के बारे में भी जानने का मौका मिला। संग्राम सिंह ने इस इंटरव्यू में कहा कि कई मामलों में सकारात्मता भी बढ़ी, जैसे पॉल्यूशन लेवल कम हुआ। इस महामारी से हमें यह भी समझने का मौका मिला कि बहुत पैसा होना ही सबसे बड़ी बात नहीं है, इसके बावजूद भी हम जान से हाथ धो सकते हैं। संग्राम सिंह ने कहा कि हमें वेल्थ और हेल्थ में एक संतुलन बना कर चलना होगा। 

3. फैमिली का ख्याल रखना जरूरी
संग्राम सिंह ने कहा कि इस महामारी के दौरान हमें अपना सारा समय फैमिली के बीच घरों में ही बिताना पड़ा है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात को समझना होगा कि उनके लिए परिवार सबसे पहले आता है। परिवार का ख्याल रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। खासकर बच्चों पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए, क्योंकि इस महामारी का उनकी मानसिकता पर बहुत नेगेटिव असर पड़ा है। संग्राम सिंह ने कहा कि हमें सबसे पहले अपने हेल्थ को लेकर जागरूक होना चाहिए और इसके बाद ही किसी दूसरी चीज के बारे में सोचना चाहिए।

4. फिटनेस है सबसे जरूरी
संग्राम सिंह ने कहा कि इस कोरोनावायरस महामारी में हमारे लिए सबसे जरूरी हो गया है कि हम शारीरिक स्तर पर पूरी तरह फिट रहें। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस का मुकाबला करने के लिए हमें अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर्स बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं, लेकिन लोगों में फिटनेस को लेकर पूरी तरह समझदारी नहीं विकसित हो पाई है। फिटनेस का मतलब सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत होना ही नहीं है, बल्कि मानसिक तौर पर मजबूती ज्यादा मायने रखती है। उन्होंने कहा कि फिटनेस के लिए मेहनत करना जरूरी है। संग्राम सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस एक सामान्य फ्लू की तरह है और इसका आज तक कोई स्थाई इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उन्होंने कहा कि सिर्फ इम्यूनिटी को मजबूत बना कर ही इसे दूर किया जा सकता है। संग्राम सिंह ने कहा कि यह 10 फीसदी शारीरिक बीमारी है, बाकी 90 फीसदी मानसिक है। इसलिए हमें मानसिक तौर पर मजबूत होना होगा और इसके लिए कोशिश करनी होगी। 

5. फास्ट और जंक फूड से रहें दूर
संग्राम सिंह ने कहा कि इम्यूनिटी तभी मजबूत हो सकती है, जब हमारे अंदर पॉजिटिविटी हो। इसके साथ ही, हमारा रोज का रूटीन ठीक होना चाहिए। हमें हर काम तय समय पर करना होगा। इसके साथ ही फास्ट और जंक फूड के इस्तेमाल से बचना होगा। उन्होंने कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां और फल खाना चाहिए। इसके अलावा नियमित वर्कआउट, योग, प्राणायाम और दूसरी फिजिकल एक्टिविटीज करनी चाहिए। 

6. बच्चों को तनाव से बचाएं
इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संग्राम सिंह ने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने पर काफी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान यह देखा गया है कि बच्चे भी बड़े पैमाने पर डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। संग्राम सिंह ने कहा कि इस वजह से वे फिजिकल और एकेडमिक लेवल पर बहुत बढ़िया परफॉर्म नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए बच्चों में अगर डिप्रेशन के लक्षण दिखाई पड़ें, तो उन्हें कम से कम 15 दिन का ब्रेक देना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिप्रेशन कोई बड़ी समस्या नहीं है, अगर इससे सही तरीके से निपटा जाए। इसके अलावा, संग्राम सिंह ने त्योहारों के दौरान अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने और कोरोनावायरस से बचाव के कई और भी टिप्स दिए।