सार
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने के शौकीन लोगों को सावधान हो जाने की जरूरत है। एक स्टडी में पता चला है कि इसके खाने से बाउल कैंसर, दिल की बीमारी समेत मौत का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं कोविड की आशंका भी बढ़ जाती है।
हेल्थ डेस्क. भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास खाना बनाने का वक्त नहीं होता है। ऐसे में वो अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को खाने लगते हैं। कुछ लोगों को प्रोसेस्ड फूड्स इतना पसंद आता है कि वो हर दिन इसका सेवन करने लगते हैं। जिसका उनकी सेहत पर असर दिखने लगता है। नई स्टडी में तो अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड को जानलेवा बताया गया है। इसके खाने से बाउल कैंसर और दिल से जुड़ी बीमारी हो सकती है।
द बीएमजे जर्नल में नए स्टडी को प्रकाशित किया गया है। शोध का मकसद अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को सीमित करते हुए दुनिया भर में हेल्दी फूड को बढ़ावा देना है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में पैकेज्ड बेक्ड गुड्स, स्नैक्स, फिजी ड्रिंक्स, शक्कर,रेडी टू ईट फूड शामिल होते हैं। जिसमें हाई लेवल की अतिरिक्त शुगर, फैट और नमक होता है। इसमें विटामिन और फाइबर की कमी होती है।
क्या होता है अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स कई प्रक्रियाओं से गुजरते हैं, इनमें कई अतिरिक्त तत्व शामिल किए जाते हैं। इसे कॉस्मेटिक फूड्स के नाम से भी जाना जाता है।जिसमें खाने के नेचुरल तत्व हटा कर उसे कृत्रिम तत्वों में बदल दिया जाता है। पिछले कुछ स्टडी में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और कुछ कैंसर के उच्च जोखिमों को जोड़ा गया है। लेकिन कुछ शोध में इसे कोलोरेक्टल कैंसर की भी वजह बताई गई है।
पहले अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के सेवन और अमेरिकी युवाओं में कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम के बीच संबंध की जांच की।
तीन बड़े स्टडी किए गए
तीन बड़े स्टडी में 46,341 पुरुषों और 159,907 महिलाओं को शामिल किया गया था। इनके आहार सेवन पर चार साल तक नजर रखी गई और एक प्रश्नावली तैयार की गई। प्रोसेस्ड फूड की डिग्री के आधार पर इसे वर्गीकृत किया गया था। साथ ही कोलोरेक्टल कैंसर की दरों को 24-28 वर्षों की अवधि में चिकित्सा और जीवन शैली कारकों को ध्यान में रखते हुए मापा गया था।
कोलोरेक्टल यानी बाउल कैंसर के 29 प्रतिशत ज्यादा चासेंज थे
जो लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खा रहे थे उनमें कोलोरेक्टल कैंसर विकसित होने का 29 प्रतिशत अधिक जोखिम था। जो बॉडी इंडेक्स और आहार की गुणवत्ता के लिए अहम बना रहा। इसके अलावा मृत्यु के जोखिम को लेकर शोध किया गया। जिसमें पाया गया कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खानेवालों में मृत्यु का खतरा भी ज्यादा होता है। उनमें 19 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है। जबकि दिल से जुड़ी मृत्यु का 32 प्रतिशथ अधिक जोखिम था।
कोरोना का रिस्क भी होता है ज्यादा
ब्राजील के शोधकर्ताओं का कहना था कि इस स्टडी के पीछे का मकसद है हेल्दी फूड को बढ़ावा देना। कोई भी समझदार व्यक्ति ऐसे खाद्य पदार्थ नहीं चाहता है जो बीमारी का कारण बनते हैं। वहीं, चीन के तियानजिन मेडिकल यूनिवर्सिटी ने अपने शोध में पाया है कि ज्यादा प्रोसेस्ड फूड खाने वाले लोगों में कोविड का रिस्क ज्यादा है।
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