भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कई ऐसे क्रांतिकारी रहे हैं, जिन्होंने विदेश में रहते हुए भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्हीं में से एक थे श्यामजी कृष्ण वर्मा।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कई महान लोगों ने योगदान दिए हैं। ऐसे ही एक क्रांतिकारी विचारक और प्रख्यात वैज्ञानिक थे पीसी रे, जिन्होंने भारतीय जनमानस को राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत किया।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास देश को आजादी दिलाने वाले दीवानों से भरा पड़ा है। ऐसे ही एक महान क्रांतिकारी थे वीओ चिदंबरम पिल्लई (Valliyappan Olaganathan Chidambaram Pillai ) जिन्होंने अंग्रेजों के कारोबार को तहस-नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में तिरंगा झंडा लोगों में भारतीयता का संचार करता था। एक झंडे के नीचे आने पर सभी के अंदर अंग्रेजों से लड़ने का जज्बा पैदा होता था। मगर 115 साल पहले ऐसा नहीं था हमारा झंडा।
गुजरात के किसानों के एक गांव से शुरू हुआ बारडोली सत्याग्रह जल्द ही पूरे देश की आवाज बन गया। बारडोली आंदोलन ने देश में राष्ट्रीय आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मीरा बहन उन विदेशियों में प्रमुख नाम है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। महात्मा गांधी की करीबी शिष्या, साथ में यात्रा करने वाली आंदोलन में कामरेड की भूमिका निभाने वाली मीरा भारत में 34 वर्षों तक रहीं।
किसानों ने बढ़े हुए लगान के खिलाफ बारदोली सत्याग्रह किया था। इसका नेतृत्व सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया था। आंदोलन की सफलता के बाद वल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि मिली थी।
असहयोग आंदोलन के दौरान गोरखपुर के चौरी-चौरा में सत्याग्रहियों ने मार्च निकाला था। पुलिस ने सत्याग्रहियों पर लाठीचार्ज कर दिया था। इसके बाद पुलिस द्वारा गोलीबारी की गई। घटना के विरोध में उग्र भीड़ ने पुलिस चौकी को जला दिया था।
महात्मा गांधी ने भारत में अपने आंदोलन की शुरुआत बिहार के चंपारण से की थी। वह नील की खेती करने वाले किसानों की समस्या दूर करने चंपारण पहुंचे थे। अंग्रेज किसानों को अपनी जमीन के 3/20 भाग पर अनिवार्य रूप से नील की खेती करने के लिए कहते थे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भारत एवं भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक नेता थे। उन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए कई आंदोलन किए थे। इन आंदोलनों ने देश को आजादी का रास्ता दिखलाया था।