सार
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को यानी शनिवार को वोटिंग होगी पहले चरण में कुल 189 प्रत्याशी मैदान में है यह इलाका नक्सल प्रभावित है और पिछले चुनाव में आधी सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को यानी शनिवार को वोटिंग होगी। पहले चरण में कुल 189 प्रत्याशी मैदान में है। यह इलाका नक्सल प्रभावित है और पिछले चुनाव में आधी सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था। ऐसे में पहले चरण में बीजेपी की साख दांव पर लगी है। ऐसे में बीजेपी के सुखदेव भगत, शशि भूषण मेहता जैसे नेताओं की साख दांव पर लगी है तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश्वर उरांव की प्रतिष्ठा का सवाल भी बना हुआ है।
पहले चरण में 13 विधानसभा सीट
पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी के 12 प्रत्याशी मैदान में हैं और एक सीट पर बीजेपी का समर्थित उम्मीदवार हैं जबकि, जेवीएम ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारा है। वहीं, गठबंधन के तहत कांग्रेस के 6, जेएमएम 4 और आरजेडी के 3 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि 2014 में इन 13 सीटों में बीजेपी ने 6,जेवीएम 2, जेएमएण और कांग्रेस ने 1-1 सीटें जीती थीं। हालांकि बाद में जेवीएम के दोनों विधायकों ने पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। इस तरह से 13 सीटों में बीजेपी विधायकों की संख्या 8 हो गई थी।
प्रथम चरण के प्रमुख प्रत्याशी
चतरा (एससी) : इस सीट पर बीजेपी और आरजेडी के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है आरजेडी से पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता तो बीजेपी से पूर्व विधायक जनार्दन पासवान मैदान में उतरे हैं जबकि जेवीएम ने तिलेश्वर राम पर दांव खेला है।
गुमला (एसटी) : बीजेपी ने यहां से अपने विधायक का टिकट काटकर नए प्रत्याशी को उतारा है जबकि, जेएमएम ने अपने पुराने प्रत्याशी पर ही भरोसा दिखाया है। बीजेपी से मिशिर कुजूर मैदान में हैं तो जेएमएम ने भूषण तिर्की को उतारा है जबकि जेवीएम से राजनील तिग्गा किस्मत आजमा रहे हैं।
विशुनपुर (एसटी) : बीजेपी और जेएमएम के बीच मुकाबले के आसार हैं बीजेपी से अशोक उरांव, जेएमएम से चमरा लिंडा और जेवीएम से महात्मा उरांव चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं।
लोहरदगा (एसटी) : इस सीट पर सबसे रोचक मुकाबला माना जा रहा है यहां कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के बीच सियासी संग्राम है कांग्रेस से रामेश्वर उरांव मैदान में हैं तो बीजेपी से सुखदेव भगत हैं भगत कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं आजसू से नीरू शांति भगत किस्मत आजमा रहे हैं।
मनिका (एसटी) : बीजेपी अपने मौजूदा विधायक हरेकृष्ण सिंह का टिकट काटकर यहां से नए चेहरे पर दांव खेला है। बीजेपी से रघुपाल सिंह मैदान में है तो कांग्रेस से रामचंद्र सिंह किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि, जेवीएम से राजपाल सिंह उतरे हैं।
लातेहार (एससी) : इस सीट पर दोनों पुराने चुनावी योद्धा ही आमने-सामने हैं। हालांकि दोनों ने दल बदल लिए हैं. बीजेपी से प्रकाश राम और जेएमएम से बैद्यनाथ राम और जेवीएम से अमर कुमार भोक्ता किस्मत आजमा रहे हैं
पांकी : इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होता नजर आ रहा है पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी दो प्रत्याशी शशि भूषण मेहता और देवेंद्र सिंह आमने-सामने हैं बीजेपी से शशि भूषण मेहता, कांग्रेस से देवेंद्र सिंह और जेवीएम से रुद्र कुमार शुक्ला मैदान में है।
डालटनगंज : पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी दो प्रत्याशी आलोक चौरसिया और केएन त्रिपाठी आमने-सामने हैं बीजेपी से आलोक चौरसिया, कांग्रेस से केएन त्रिपाठी और जेवीएम से डा. राहुल अग्रवाल प्रत्याशी हैं।
विश्रामपुर : यहां मुकाबला दो पुराने दिग्गजों के बीच है. बीजेपी से रामचंद्र चंद्रवंशी, कांग्रेस से चंद्रशेखर दुबे और जेवीएम से अंजू सिंह मैदान में हैं।
छतरपुर (एससी) : यहां बीजेपी और आजसू दोनों के प्रत्याशी आमने सामने हैं बीजेपी से पुष्पा देवी, आजसू से राधाकृष्ण किशोर और सुधा चौधरी (जदयू) मैदान में हैं।
हुसैनाबाद : बसपा के एकलौते और मौजूदा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता दल बदलकर आजसू के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं दिया है बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन दिया है जबकि आरजेडी ने संजय सिंह यादव राजद और जेवीएम ने वीरेंद्र कुमार को उतारा है।
गढ़वा : बीजेपी और जेएमएम ने अपने पुराने चेहरे पर भरोसा जताया है। बीजेपी से सत्येंद्र नाथ तिवारी जेएमएम से मिथिलेश कुमार यादव और जेवीएम से सूरज प्रसाद गुप्ता मैदान में है।
भवनाथपुर : दो परंपरागत प्रतिद्वंदी भानु प्रताप शाही व अनंत प्रताप देव चुनाव मैदान के बीच मुकाबाला है हालांकि दोनों प्रत्याशी नए दल के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं बीजेपी से भानु प्रताप शाही तो कांग्रेस से केपी यादव और एलजेपी से अनंत प्रताप देव मैदान में हैं।