सार
सुदेश महतो पहली बार साल 2000 में महज 26 साल की उम्र में सिल्ली से विधायक बने। सुदेश महतो 2000, 2005 और 2009 में सिल्ली से विधायक बनते रहे। 2009 में वो झारखंड के उप मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बताया, ‘इस दौरान मैंने अपनी पढ़ाई भी पूरी की, जब पहली बार विधायक बना तब मैं इंटर पास था। बाद में ओपन यूनिवर्सिटी से बीए और फिर एमए किया।’
रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजे आज सोमवार को घोषित हो चुके हैं जिसमें ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन (AJSU) पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो ने जीत हासिल की है। महतो झारखंड की राजनीति में अहम नेताओं में गिने जाते हैं। महतो राज्य में सिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव चुनाव लड़े। वो यहां से विधायक रह चुके हैं और सूबे के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं। महतो के आर्थिक और पारिवारिक जीवन की बात करें तो वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं।
पर 2019 विधानसभा चुनाव में महतो ने नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र में अपनी कुल संपत्ति 18 करोड़ 55 लाख रुपए बताई है। इधर, सुदेश महतो द्वारा जमा किए गए शपथ पत्र के अनुसार, 2018-19 में अपनी आय 1 करोड़ 53 लाख 60 हजार रुपए जबकि पत्नी नेहा महतो की आय 1 करोड़ 14 लाख, 64 हजार रुपए बताया है। सुदेश महतो के पास चल संपत्ति कुल 4 करोड़ 66 लाख जबकि पत्नी के पास कुल 9 करोड़ 28 लाख रुपए की संपत्ति है। सुदेश के पास 4 करोड़ 61 लाख की अचल संपत्ति है। सुदेश के दो अलग-अलग बैंक अकाउंट में करीब 33 लाख जबकि नेहा महतो के एक बैंक अकाउंट में एक लाख 31 हजार रुपए है।
लाखो रुपये की संपत्ति
शपथ पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक, सुदेश के पास 54 लाख रुपए की चार एलआईसी बीमा और 18.78 लाख की एक अन्य पॉलिसी है। वहीं पत्नी नेहा के नाम पर 59.52 लाख रुपए की चार एलआईसी पॉलिसी है। सुदेश ने अपने पास दो गाड़ियों का जिक्र किया है जिसमें 3.76 लाख रुपए की सूमो व 16.59 लाख रुपए की इनोवा कार है। सुदेश के पास 14.05 लाख रुपए जबकि पत्नी नेहा के पास 1 करोड़ 67 लाख रुपए की ज्वैलरी है।
झारखंड के कद्दावर युवा नेताओं में गिनती
महतो ने अपने सियासी सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनका जन्म 21 जून 1974 को सिल्ली में हुआ। सुदेश ने वर्ष 2011 में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से बीए पास किया। वर्ष 2013 में उन्होंने एमए किया। महतो ने 1991 में अपने सियासी करियर की शुरुआत आजसू पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में की लेकिन कुशल नेतृत्व क्षमता की वजह से इसके अध्यक्ष पद तक पहुंचे। सुदेश झारखंड के कद्दावर युवा नेता माने जाते हैं।
इंटर पास बन गए थे विधायक
सुदेश महतो पहली बार साल 2000 में महज 26 साल की उम्र में सिल्ली से विधायक बने। सुदेश महतो 2000, 2005 और 2009 में सिल्ली से विधायक बनते रहे। 2009 में वो झारखंड के उप मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बताया, ‘इस दौरान मैंने अपनी पढ़ाई भी पूरी की, जब पहली बार विधायक बना तब मैं इंटर पास था। बाद में ओपन यूनिवर्सिटी से बीए और फिर एमए किया।’2014 में महतो को हार मिली। सिल्ली सीट पर उपचुनाव में भी उन्हें हार ही मिली। वर्ष 2014 में रांची सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़कर भी हार गए। इस बार फिर वो सिल्ली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। सुदेश महतो अर्जुन मुंडा की सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे हैं।
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से गहरी दोस्ती
राजनीति के अलावा बात करें तो महतो का खेल के प्रति काफी झुकाव रहा है। क्रिकेट टीम कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी से उनकी दोस्ती दुनियाभर में मशहूर है। हालांकि झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में उन्हें हार ही मिली थी। सुदेश महतो का फुटबॉल से खासा लगाव रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान जब सुदेश महतो हेलिकॉप्टर से गांव में उतरे थे तो उनको देखने लाखों लोगों की भीड़ जमा हुई थी। आजसू अध्य़क्ष ने जनता के हक की वाज उठाते हुए कहा था कि, अगर आजसू की सरकार बनी तो मदरसा के बच्चों को भी मिड डे मील भोजन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरे लिए मंदिर-मस्जिद बराबर है।