सार

झारखंड में समुदाय विशेष के लड़को द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने भगवान की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। ऐसा करते देख एक महिला ने देख लिया और शोर मचा दिया। मौके पर जमा भीड़ ने उन दोनो को वहीं सबक सिखाया।

धनबाद: झारखंड के धनबाद जिलें में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां शुक्रवार 30 सितंबर के  दिन समुदाय विशेष के लोगों द्वारा प्रदेश में  सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई। दरअसल दोनो आरोपी मंदिर में तोड़फोड़ की जा रही थी। वहीं पूरी घटना का दूसरा आरोपी इसका वीडियो बना रहा था।  युवकों द्वारा की जा रही  तोड़फोड़  को वहां गुजर रही महिला ने देख और शोर मचा दिया। उसकी आवाज सुनकर मौके पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और युवको की हरकत को देख गुस्सा होकर दोनो की वहीं पिटाई कर दी। वहीं पुलिस को उन दोनो आरोपियों को लोगों से छुड़ाने में पसीने छूट गए। सूचना पर मौके पर पहुंची गोविंदपुर थाना पुलिस को लिखित समझौते के बाद ग्रामीणों ने दोनों युवको को उनके हवाले किया। घटना जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र की जमडीहा पंचायत के कुबरीटांड़ गांव में शुक्रवार के दिन की बताई जा रही है।

मंदिर के अंदर घुस की तोड़फोड़, तो दूसरा बनाता रहा वीडियो
घटना के बाद मौके पर जमा ग्रामीणों की भीड़ ने बताया कि आरोपी इम्तियाज अंसारी ने मंदिर में घुसकर वहां शिवलिंग और हनुमान जी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचा रहा था,जबकि उसका एक साथी आरोपी जाहिद अंसारी इसका वीडियों बना रहा था। आरोपी ने मूर्तियों के अलावा वहां के छोटे छोटे मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया। दोनों को ऐसा करते एक महिला ने देख लिया और शोर मचाकर गांव के लोगों को इकट्ठा कर लिया। गांव के लोगों ने दो में से एक को पकड़ लिया, इस दौरान उसका दूसरा साथी भाग निकला। गुस्साएं ग्रमीणों ने एक आरोपी इम्तियाज को खंबे से बांधकर जमकर पिटाई कर दी। 

दूसरे आरोपी को थाना भेजने पर भड़के ग्रामीण
अपने साथी को  पकड़ा हुआ देखकर दूसरा साथी जाहिद वहां से भाग निकला पर फिर माहौल शांत होता देख वापस आया पर तब तक लोगों ने उसे पहचान लिया और उसकी भी पिटाई करने लगी। पर तभी वहां मौके पर पहुंची गोविंदपुर थाना पुलिस ने किसी तरह से भीड़ से निकाल उसे थाने पहुंचा दिया इसके बाद लोगों का गुस्सा और भड़क गया और उन्होंने पहले आरोपी  इम्तियाज को वहां से ले जाने से मना कर दिया। घटनास्थल पर पहुंचे गोविंदपुर थाना प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह स्थिति नियंत्रित करने में काफी परेशानी हुई।

पुलिस को आरोपी को छुड़ाने में छूटे पसीने
घटना की  जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची गोविंदपुर पुलिस को आरोपियों को गांववालों से छुड़ाकर पुलिस कस्टडी में लेने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एक आरोपी को पहले ही पुलिस थाने पर पहुंचाने के कारण लोगों की भीड़ काफी उत्तेजित हो गई थी। इसके बाद वहां पर ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन व डीएसपी अमर कुमार पांडेय भी वहां पहुंच गए पर लोगों ने उनकी भी बात नहीं सुनी और नारेबाजी करने लगी। इसके बाद में मुखिया गोविंद प्रसाद साव, घनश्याम महतो व विहिप नेता सतीश महतो की पहल पर पुलिस प्रशासन व ग्रामीणों के बीच एक लिखित समझौता हुआ। जिसमें पुलिस को ग्रामीणों को लिखित में कड़ी कार्रवाई का समझौता करना पड़ा। तब जाकर आरोपी को छोड़ा व पुलिस अपने साथ ले गई। गांव में शांति बने रहे व माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

वहीं इस पूरी घटना का मुस्लिम समाज ने भी घोर निंदा की है। इसके साथ ही समुदाय के बुद्धिजीवीं लोगों ने कहा है कि समाज में शांति भंग करने वाले लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। फिलहाल पुलिस ने दोनो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। साथ ही उनसे पूछताछ की जा रही है।

यह भी पढ़े- झारखंड से एमपी आए मौलाना की निर्मम हत्या, इस हाल में जंगल में मिली बॉडी, AIMIM प्रमुख ने कहा सख्त कार्यवाही हो