सार

झारखंड के हजारीबाग में 17 साल की लड़की अपने फूफेरे भाई के साथ लॉज में मिली। दोनो का 1साल से लव अफेयर था। और मौका देखकर वह एक दिन भाग गई। नाबालिग के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके आधार पुलिस ने दोनो को इस हालत में एक लॉज से बरामद  किया गया।

हजारीबाग (झारखंड): हजारीबाग से लापता 17 साल की नाबालिग लड़की को पुलिस ने 12 दिनों बाद बरामद किया। लड़की जिसके साथ मिली वह शॉकिंग था। परिजनों को लग रहा था कि नाबालिग का किसी ने अपहरण कर लिया है। लेकिन पुलिस की जांच में चौकाने वाला मामला सामने आया। दरअसल, नाबालिग अपने ही फूफेरे भाई के साथ लापता हो गई थी। पुलिस ने उसे रांची के नामकुम के एक लॉज से बरामद किया। वहां उसका फूफेरा भाई भी मौजूद था। नाबालिग का मेडिकल और कोर्ट में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया जबकि आरोपी नाबालिग के फूफेरे भाई मोहन महतो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लापता नाबालिग हजारीबाग जिले के दारु थाना क्षेत्र की रहने वाली है। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

एक साल से दोनों के बीच चल रहा था प्रेम प्रसंग
दारु पुलिस के अनुसार नाबालिग और उसके फूफेरे भाई के बीच पिछले एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस दौरान मोहन ने नाबालिग को एक मोबाइल फोन भी गिफ्ट के तौर पर दिया था। दोनों छुप-छुप कर मिलते भी थे। 15 सितंबर को नाबालिग अपने घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी। जिसके बाद से वह घर वापस नहीं लौटी। वह कॉलेज भी नहीं गई थी ना अपने सहेलियों के घर पर थी। घरवालों ने नाबालिग के अपहरण का केस थाना में दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरु की और मोबाइल लोकेशन के आधार पर नाबालिग तक पहुंची। 

पहले से शादी-शुदा है आरोपी
आरोपी मोहन महतो पहले से शादीशुदा है। वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हुटपा का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार 15 सितंबर को आरोपी ने नाबालिग को रांची के बुटी मोड़ बुलाया था। जहां से दोनों नामकुन के लॉज में कमरा लिया और वहीं रहने लगे। दारु थाना प्रभारी अमित कुमार के अनुसार नाबालिग को बरामद करने के लिए टेक्निकल सेल की मदद ली गई। नाबालिग अपने फूफेरे भाई के साथ लॉज में मिली। दोनों के बीच पिछले एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी पूर्व से शादी-शुदा है। थानेदार ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है।

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