सार
झारखंड के जमशेदपुर से साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है, जहां ठगों ने मोबाइल को 4 जी से 5 जी में अपडेट करने के नाम पर एक कॉलेज के प्रोफेसर को लूटा है। साइबर लुटेरों ने उनके खाते से तीन बार में 5 लाख की ठगी की है।
जमशेदपुर (झारखंड). साइबर अपराधी ठगी का नया-नया तरीका खोजकर निकाल रहे हैं। साइबर ठग कभी लोगों को बिजली बिल भरने को लेकर, कभी मांगे रुपए वापस लौटाने के नाम पर तो कभी एटीएम या क्रेडिट कार्ड को अपडेट करने के नाम पर ठगी कर रहे है। अब साइबर ठगों ने 4 जी मोबाइल को 5 जी मे अपडेट करने के नाम पर एक प्रोफेसर से 5 लाख रुपए की ठगी कर ली है। प्रोफेसर जब तक कुछ समझ पाते तब तक उनके खाते से पैसों की निकासी हो चुकी थी। साइबर अपराधियों ने पूर्वी सिंहभूम जिले के आसनबनी कॉलेज ले प्रोफेसर सुबोध कुमार साव को 5 लाख रुपए का चूना लगाया है। प्रोफेसर ने जमशेदपुर के बिस्टुपुर में स्थित साइबर थाना में मामले की लिखी शिकायत करते हुए करवाई की मांग की है। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है। साइबर अपराधियों का मोबाइल लोकेशन खंगाला जा रहा है।
मेसेज फॉरवर्ड करते ही खाते से पैसे निकले
शिकायत में प्रोफेसर ने बताया है कि 10 अगस्त को वे अपने कॉलेज में थे। दिन के 11.39 बजे उनके मोबाइल नंबर पर 9749953313 से कॉल आया। कॉल करने वाले ने उनसे कहा कि वे आपके मोबाइल में 4 जी से 5 जी मे अपडेट कर देंगे। वे राजी हो गए। जिसके बाद कॉल करने वाले ने उन्हें एक मैसेज भेजा। मैसेज को 9223011000 पर फॉरवर्ड करने को कहा। मैसेज को फॉरवर्ड करने के साथ ही उनके खाते से चार बार में 5 लाख रुपए को अवैध निकासी हो गई। उनके मोबाइल में पैसों की निकासी संबधित मैसेज आया तो उन्हें ठगी का पता चला। पहली बार में उनके खाते से 2 लाख की निकासी हुई। जबकि दूसरी बार में 70 हजार, तीसरी बार में 2 लाख और चौथी बार में 30 हजार कुल 5 लाख रुपए की निकासी हुई। प्रोफेसर ने बताया है कि उन्होंने सिर्फ मैसेज को फॉरवार्ड किया था।
पूरे राज्य में साइबर ठगों ने मचा रखा है आतंक
जमशेदपुर ही नहीं पूरे झारखंड में साइबर अपराधियों ने आतंक मचा रखा है। साइबर ठग रोज किसी ना किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर थानों में ठगी ले मामले रोज आ रहें हैं। जमशेदपुर के अलावा रांची, धनबाद में भी साइबर ठगी का मामले बढ़ गए हैं। पुलिस साइबर अपराधियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। जानकारी हो कि झारखंड के जामताड़ा को साइबर अपराधियों का गढ़ कहा जाता है। देश में कहीं भी ठगी हो इनमें 80 प्रतिशत ठगों का लोकेशन जामताड़ा में ही मिलता है।