सार

झारखंड में बारिश का कहर जारी है। इसके कारण प्रदेश में बाढ़ के हालात है। इससे आम जनता के साथ वन्यजीव भी खतरें में आ गया है। ताजा मामला टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में पानी घुसने से एक नर तेंदुए की जान चली गई है।

जमशेदपुर( झारखंड): जमशेदपुर में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई है। खरकई और सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों के कई घर पानी में डूब गया। वहीं, जमशेदपुर में स्थित टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में सुवर्णरेखा नदी का पानी घुसने से बाढ़ की स्थिति उतपन्न हो गई। इसमें जू में रह रहे एक नर तेंदुआ (मिथुन) की मौत हो गई। जबि मादा तेंदुआ ( हेमा) ने पेढ़ पर चढ़ कर अपनी जान बचाई। घटने के बाद पार्क की ‌व्यवस्था और बाढ़ को लेकर की गई तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। जू का आधा हिस्सा बाढ में डूब गया। तेंदुए के बाड़े में बाढ का पानी घुस गया। 

तेंदुए के शव का हुआ पोस्टमार्टम
तेंदुआ के बाड़े में पानी बढ़ने के बाद तेंदुआ का जोड़ा मचान और पेड़ पर चढ़ने की कोशीश की। मादा तेंदुआ तो पेड़ पर चढ गई लेकिन नर तेंदुआ पेड़ पर नहीं चढ पाया। पेड़ पर चढ़ने की कोशीश के क्रम में नर तेंदुए की पानी में डूबने से मौत हो गई। उसकी मौत की सूचना पर जू प्रशासन हरकत में आया। जू के कर्मचारियों ने तेंदुए के शव को बाहर निकाला। वन विभाग के निर्देश पर डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम किया। 

17 साल का था नर तेंदुआ
मृत नर तेंदुआ 17 साल का था। वह काफी बूढ़ा हो गया था, जिस कराण बाड़े में पानी भरने पर वह पेड़ पर नहीं चढ़ पाया। उसे वर्ष 2005 में पश्चिम बंगाल के जालदा पाड़ा से लाया गया था। बाड़े में दो तेंदुआ थे। नर तेंदुआ के मौत से जू में अब एक मात्र मादा तेंदुआ ही बच गई है। तेंदुआ का बाड़ा जू में निचले क्षेत्र में है। इस संबंध में डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने बताया कि बुढ़ा होने के कारण नर तेंदुआ पेड़ पर नहीं चढ पाया। जिस कारण डूबने से उसकी मौत हो गई।

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