सार

झारखंड के जामताड़ा और गढ़वा के सरकारी स्कूलों में समुदाय विशेष के छात्रों की संख्या अधिक होने से साप्ताहिक अवकाश रविवार की जगह शुक्रवार को  कर दिया गया था। मामले की जानकारी होने पर इसमें सुधार कर फिर से रविवार को वीक ऑफ किया गया। साथ ही हाथ जोड़कर प्रार्थना होने लगी है।

जामताड़ा: जामताड़ा और गढ़वा के 43 स्कूलों में फिर से हाथ जोड़ कर प्रार्थना होने लगी। स्कूलों में अब रविवार को छुट्टी होगी। जबकि शुक्रवार को कक्षाएं ली जायेंगी।  इन स्कूलों में अल्पसंख्यक बच्चों की संख्या ज्यादा होने पर प्रार्थना हाथ बांधकर हो रही थी। सप्ताहिक छुट्टी भी रविवार के जगह शुक्रवार को कर दिया गया था। बोर्ड पर भी उर्दू स्कूल लिख दिया गया था। जिसे अब हटा दिया गया है। सभी स्कूलों में पुरानी व्यवस्था लागू कर दी गई है। आदेश नहीं मानने वाली स्कूल प्रबंधन समितियों की मान्यता रद्द करने की जिला प्रशासन की ओर से चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो संबंधित क्षेत्र के शिक्षा पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि मामला प्रकाश में आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय शंकर ने स्कूलों के  प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा था। 18 स्कूलों ने सूचना बोर्ड से अवकाश को शुक्रवार की जगह फिर से रविवार अंकित कर दिया है। 12 स्कूलों ने बोर्ड से उर्दू भी हटा दिया है।

स्कूलों ने दिया लिखित पत्र
स्कूलों ने 13 जुलाई को लिखित शपथ पत्र दिया कि वे शुक्रवार से साप्ताहिक अवकाश के रूप में रविवार को लौटेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी अभय शंकर ने बताया कि  जिला स्कूल प्रबंधन समिति को भंग कर दिया गया है और जल्द ही एक नई समिति का गठन किया जाएगा। इधर,  कांग्रेस ने स्कूलों को साप्ताहिक अवकाश बदलने के लिए मजबूर करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है। कांग्रेस नेता अजय कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख इसके पीछे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि  कुछ मुस्लिम युवकों ने दो-तीन स्कूलों के अधिकारियों को मौजूदा रविवार से शुक्रवार तक साप्ताहिक अवकाश के नियम को बदलने के लिए मजबूर किया। जिसका अनुशरण अन्य स्कूलों ने किया। 

राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
साप्ताहिक अवकाश रविवार के बजाय शुक्रवार को कर दिए जाने के मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। बदलाव में कौन-कौन शामिल था इसकी जांच हो रही है। जामताड़ा में 50 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं जहां मुसलिम बच्चों की संख्या 70% होने के बाद ग्रामीणों के दवाब पर रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश कर दिया गया था।

आदित्य सिंह की रिपोर्ट...

यह भी पढ़े- झारखंड के इन स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को छुट्टी, क्यों बदला सरकारी नियम...जानिए क्या है पूरा मामला

  झारखंड के इस स्कूल में हाथ बांधकर बच्चे करते हैं प्रार्थना, जानें क्या है इसके पीछे की वजह