सार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर खतरा मंडराने लगा है। चुनाव आयोग ने प्रदेश के राज्यपाल रमेश बैस को सीएम की सदस्यता रद्द करने करने के लिए चिट्ठी भेजी है। अगर फैसला हेमंत सोरेन के खिलाफ गया तो उनके बाद झारखंड का अगला सीएम कौन हौगा।
रांची. खनन लिज मामले में कभी भी राज्यपाल अपना फैसला सुना सकते हैं। राज्यपाल दिल्ली से रांची पहुंच चुके हैं। राज्यपाल के फैसले के बाद अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता जाती है तो उनके पास सुप्रीम कोर्ट जाने का विकल्प रहेगा। झामुमो ने इसके संकेत पहले ही दे दिया है। ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में भारत निर्वाचन आयोग का मंतव्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोर कमेटी के सदस्य मनोज पांडे ने कहा था कि राज्य में एक आदिवासी के बेटे को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने का भाजपा षड्यंत्र रच रही थी। इसी बीच अगर फैसला हेमंत सोरेन के खिलाफ गया तो हेमंत सोरेन की विधायकी चली जाएगी। साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से भी इस्तीफा देना पड़ेगा। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि हेमंत सोरेन की जगह कौन लेगा।
पत्नी कल्पना सोरेन मजबूत विकल्प, बिहार में लालू ने भी ऐसा ही किया था
राज्यपाल के पास निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में दो आदेश हो सकते हैँ। पहला यह कि मुख्यमंत्री की सदस्यता को रद्द किया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो सरकार के पास विकल्प होगा कि मुख्यमंत्री दोबारा शपथ ग्रहण कर लें और फिर से उपचुनाव में जीत कर आए। दूसरे फैसले की आशंका के अनुसार मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने पर रोक लग सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सरकार पर संकट आ सकती है। ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विकल्प पार्टी को खोजना होगा। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को आगे कर सकते हैं। और कल्पना सोरेन को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। बिहार में लालू प्रसाद यादव ने ऐसा ही किया था, तब बिहार में राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनी थी।
झामुमो के दो अन्य नेता भी रेस में
फैसला हेमंत सोरेन के खिलाफ गया तो हेमंत सोरेन की विधायकी चली जाएगी। साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से भी इस्तीफा देना पड़ेगा। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि हेमंत सोरेन की जगह कौन लेगा। सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन को पहले विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। जबकि पर्यटन मंत्री जोबा मांझी और परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को भी सीएम के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। दोनों सोरेन परिवार के काफी करीबी और विश्वासी हैं।