सार

झारखंड की सियासत में फिर हलचल तेज हो गई है। क्योंकि सीएम हेमंत सोरोन सरकार के सभी 31 विधायक रायपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए रांची पहुंच रहे हैं। पिछले पांच दिनों से रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट में ठहरे हुए थे। कल गठबंधन सरकार विश्वास मत पेश करेगी 

 

 

रांची / रायपुर. झारखंड में एक बार फिर राजनीतिक हलचल शुरु हो गई है। महागठबंधन के सभी विधायक रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट से रांची वापस लौट रहे हैं। सभी को विशेष विमान से रांची लाया जा रहा है। विधायकों ने बसों में बैठाकर रायपुर एयरपोर्ट लाया गया। विधायकों ने रांची के लिए उड़ान भर दी है। रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को बाड़ेबंदी में ही रखा जाएगा। महागठबंधन के सभी ‌विधायकों को रांची के गेस्ट हाउस और स्टेट सर्किट हाउस में रखा जाएगा। यहां से सभी विधायक पांच सितंबर को सीधे विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने जाएंगे। इससे पहले महागठबंधन के विधायकों के रायपुर से सीधे पांच सितंबर को विधानसभा लाने की बात चल रही थी। मंत्री बन्ना गुप्ता, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय के साथ विधायकों ने रांची के लिए उड़ान भर दी है।

रायपुर में थे महागठबंधन के 31 विधायक
झारखंड में राजनीतिक हलचल के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने खरीद-फरोख्त के डर से सभी विधायकों को 31 अगस्त को रायपुर शिफ्ट कराया था। जहां महागठबंधन के 31 विधायक-मंत्री शिफ्ट किए गए थे। कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस कोटे के चार मंत्री बन्ना गुप्ता, आलमगीर आलम, डॉ रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता रांची वापस लौट आए थे। जबकि सभी विधायक रायपुर में ही थे। मंत्री बन्ना गुप्ता और आलमगीर आलम कैबिनेट की बैठक के बाद रायपुर वापस गए थे। सभी के रांची वापस लौटने से झारखंड की राजनीति में फिर से हलचल शुरु हो गई है। 

विश्वास प्रस्ताव पारित करेंगे हेमंत
पांच सितंबर को बुलाई गई विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विश्वास प्रस्ताव पारित करेंगे। जानकारी हो कि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राज्यपाल ने अबतक अपना फैसला नहीं सुनाया है। पिछले 10 दिनों से उनके फैसले का इतजार किया जा रहा है। फिल्हाल राज्यपाल रमेश बैस दिल्ली में है। सोमवार को उनके दिल्ली से वापस लौटने की संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को वे दिल्ली रवाना हुए थे।

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