सार
झारखंड के लोहरदगा जिले में एक शिक्षक द्वारा एक छात्रा की पिटाई करने का मामला सामने आया। स्टूडेंट क्लास के समय बाहर खेल रही थी जिस पर टीचर ने गुस्सा होकर उसकी पिटाई कर दी। इस बात का पता जब पीड़िता के घर पर चला तो बवाल हो गया। गांव के लोगों ने विरोध कर दिया।
लोहरदगा (झारखंड): झारखंड के लोहरदगा जिले के एक सरकारी स्कूल में शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ। सातवीं कक्षा की पिटाई से नराज उसके अभिभावक और ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा खड़ा कर दिया। छात्रा की पिटाई करने वाले शिक्षक पर लोग कार्रवाई की मांग कर रहे थे। फिर स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा दोबारा से शिक्षकों द्वारा स्कूल के किसी भी विद्यार्थी की पिटाई नहीं करने का फैसला लेने के बाद मामला शांत हुआ। की बात कह डाली। जिसके बाद मामला शांत हुआ। दरअसल, जिले के भंडरा थाना क्षेत्र में स्थित राजकीय मध्य विद्यालय उदरंगी के कक्षा सात की छात्रा अजीफा नाज की विद्यालय के शिक्षक माथियस मड़की ने पिटाई कर दी। जिसके बाद ग्रामीण एकजुट हुए और स्कूल पहुंच हंगामा करने लगे। बच्ची कि पिटाई करने के विरोध करने के साथ-साथ मिड डे मिल में भी गड़बड़ी का आरोप लगा हंगामा करने लगे। बच्ची को पीटने वाले शिक्षक के साथ साथ लोग प्राधानाध्यापक महेश प्रसाद को भी स्कूल से हटाने की मांग करने लगे।
स्कूल के बाहर खेल रही थी छात्रा, शिक्षक ने की पिटाई
ग्रामीणों के अनुसार शुक्रवार को अजीफा स्कूल आई थी। लेकिन वह स्कूल के बाहर खेल रही थी। शिक्षक मथियस मड़की ने छात्रा को स्कूल के बाहर खेलते हुए देख लिया। फिर डंडे से उसकी पिटाई की। पीटते हुए स्कूल से बाहर निकाल दिया। छात्रा अपने घर गई और परिजनों को जानकारी दी। जिसके बाद बच्ची के परिजनों के साथ-साथ कई ग्रामीण भी स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे। विद्यालय के बाहर शिक्षकों के खिलाफ ग्रामीण नारेबाजी करने लगे। शिक्षक और प्रिंसपल की कार्रवाई की मांग पर सभी अड़ गए। प्रिसिंपल के काफी समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। प्रिसिपल ने ग्रामीणों को आश्वस किया कि स्कूल के किसी भी विद्यार्थी के साथ शिक्षक मारपीट नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रा को बाहर खेलते देख उसे डराने के लिए शिक्षक द्वारा पिटाई की गई होगी। इसे बेवजह हवा दी जा रही है।
बैठक में बनी सहमित
हंगामा करने के बाद ग्रामीण और शिक्षकों की एक बैठक हुई। मुखिया परमेश्वर माहली की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्कूल के प्रिंसिपल भी शामिल हुए। बैठक में प्रिंसिपल द्वारा कहा गया कि विद्यालय में अब किसी भी विद्यार्थी के साथ मारपीट नहीं की जाएगी। यह निर्देश जारी कर दिया गया है। इस फैसले के बाद ग्रामीण शांत हुए और वबाल समाप्त किया। हंगामा के दौरान विद्यालय में पढन-पाठन प्रभावित रहा। बाद में शिक्षक छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल ले गए।
यह भी पढ़े- ऐसा क्या हुआ कि मंदिर में शादी कर रहा दूल्हा, पुलिस देख पत्नी को छोड़ भागने लगा, जानिए पूरा मामला