सार

रेंजर अनिल के मुताबिक कि ऊंट हरियाणा और राजस्थान में खरीदे-बेचे जाते हैं, लेकिन इन्हें इन राज्यों से बाहर नहीं ले जाया जा सकता। लेकिन, बेधड़क ऊंटों की तस्करी जारी है।

पाकुड़ (Jharkhand) । झारखंड के पाकुड़ में ऊंट की तस्करी के अतंरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा और राजस्थान से ऊंट की तस्करी की जा रही है। दिल्ली, यूपी, बिहार और झारखंड के पाकुड़ से होकर ऊंटों को पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचाया जाता है। इतना ही नहीं, राजस्थान और हरियाणा में 25-25 हजार रुपए में ऊंटों को खरीदकर पश्चिम बंगाल में इन्हें दो ढ़ाई लाख तक में बेचा जाता है। वहीं,बांग्लादेश तक पहुंचते-पहुंचते इनकी कीमत आठ गुनी हो जाती है।

चेकनाकों में पांच-दस हजार देते हैं
ऊंट तस्कर आदिल ने बताया कि हरियाणा के महेंद्रगढ़ में मेले से 25 हजार की दर से उसने 15 ऊंट खरीदे थे। हरियाणा से दिल्ली, यूपी, बिहार होते हुए ऊंटों को झारखंड पहुंचाया गया। रास्ते में 15 से अधिक चेकनाकों में पांच-दस हजार रुपए देकर ट्रक निकलता रहा। लेकिन पाकुड़ में वन विभाग ने ट्रक पकड़ लिया।

ऐसे भेजे जाते हैं बांग्लादेश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस की पकड़ में आए एक शख्स ने बताया कि वह ऊंटों को पश्चिम बंगाल के मालदा ले जा रहा था। मालदा, कलियाचक, दक्षिण दिनाजपुर में कई दलाल हैं जो इन ऊंटों को बांग्लादेश भेजने की व्यवस्था करते हैं। चालक के पास से जेके ओवरसीज शिपिंग एजेंसी से संबंधित कागज बरामद किए। इस एजेंसी के माध्यम से ऊंटों को मोटर से चलने वाली बड़ी नाव से बांग्लादेश भेजा जाता है। रेंजर अनिल के मुताबिक कि ऊंट हरियाणा और राजस्थान में खरीदे-बेचे जाते हैं, लेकिन इन्हें इन राज्यों से बाहर नहीं ले जाया जा सकता। लेकिन, बेधड़क ऊंटों की तस्करी जारी है।