सार

रांची पुलिस को जैसे ही किडनैपिंग और फिरौती की रकम के बारे में घर वालों ने बताया उन्होने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपियों के मोबाइल नंबर ट्रेस करना शुरू किया। अपहरण के बाद जहां कारोबारी के हाथ-पैर बांध  कैद रखा था, लोकेशन मिलने पर बदमाशों तक समय रहते पहुंच गई पुलिस।

 

रांची( ranchi). आमतौर पर यह सुनने मिलता है कि पुलिस हमेशा घटना के बाद ही पहुंचती है, लेकिन रांची में इसके विपरीत पुलिस ने समय रहते अपनी तत्परता से एक जिंदगी बचा ली। बता दें कि जिला पुलिस ने समय रहते ऐसे शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जो पैसों के लिए पहले कारोबारियों का अपहरण करते है। फिर परिजनों को फोन कर पैसों के लिए दबाव बनाते हैं। पैसा नहीं देने पर अपहरण हुए व्यक्ति को जान से मार देने की धमकी भी देते है। इस वजह से रांची पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। 
ये है मामला
 रांची के ठाकुरगांव थाना क्षेत्र की घटना है। यहां बदमाशों ने ईट कारोबारी संजय राम का अपहरण कर लिया था। इसके बाद परिजनों से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांग रहे थे। परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहरणकर्ताओं के फोन नम्बर (जिससे पैसों की डिमांड की जा रही थी) को ट्रैक कर लोेशन का पता लगाया। लोकेशन ओरमांझी का मिला। पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंची तो ओरमाझाी के चुटु के पास एक छोटे से कमरे में कारोबारी संजय राम मिल गए। बदमााशों ने उनके हाथ-पैर बांध रखे थे। 

ऐसे पकड़ाए बदमाश
मोबाईल लोकेशन की मदद से कारोबारी को छुड़ाने के बाद पुलिस ने कमरे के मालिक (जिसमें संजय राम को बंधक बनाकर रखा गया था) का पता लगाया। कमरा किसी अशोक कुमार का था। अशोक मुर्गी फार्म चलाता है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। कड़ाई से पूछताछ करने के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस उन अपराधियों तक पहुंच गई जिन्होंने कारोबारी का पैसों के लिए अपहरण किया था। 

पुलिस ने अपहरण और फिरौती करने वाले छह बदमाशों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
अशोक सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी कर घटना में संलिप्त छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उनमें अशोक कुमार के अलावा अपराधियों भास्कर सिंह, मो. शाजिद, राजेंद्र कुमार, सर्वर अंसारी, सलीम अंसारी शामिल है। सभी रांची के आस पासके रहने वाले हैं। रांची पुलिस ने बताया कि अपहरण के बाद कारोबारी को बंधक बना परिजनों से एक एक करोड़ रुपए मांगे जा रहे थे। पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। सभी अपराधी लठैत और बाउंसर टाइप के लोग है। पैसे लेकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देना ही इनका काम है। अशोक का अपना मुर्गी फार्म है और कारोबारी संजय का ईटा का कारोबार है। दोनों के बीच पैसों के लेनदेन का मामला भी हो सकता है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कहीं पैसों के लेनदेन के मामले में तो कारोबारी का अपहरण नहीं किया गया था।

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