सार

सोचो अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो आम लोगों का क्या होगा। ऐसा  ही एक मामला झारखंड में सामने आया है। जहां रांची की एक महिला डॉक्टर के साथ पुलिस के दो जवानों ने रात को गाड़ी रोककर अभद्रता की।

रांची. सोचो अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो आम लोगों का क्या होगा। ऐसा  ही एक मामला झारखंड में सामने आया है। जहां रांची की एक महिला डॉक्टर के साथ पुलिस के दो जवानों ने रात को गाड़ी रोककर अभद्रता की और उनके ड्राइवर के साथ मारपीट की।

एसपी ने तुरंत दोनों जवानों को किया निलंबित
दरअसल, यह घटना सोमवार की रात को गिरिडीह जिले में हुई। इस मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए दोनों जवान राजेन्द्र कुमार और वर्दराज भास्कर को निलंबित कर दिया है। बता दें कि महिला डॉक्टर ने अपने साथ हुई बदसलूकी के बारे ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से शिकायत की थी। जिसके बाद सीएम ने तुरंत गिरिडीह एसपी से जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिए थे। 

क्या है पूरा मामला
डॉ. ने ट्वीट कर बताया था कि वो सोमवार शाम को रांची से देवघर अपने घर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में गिरिडीह से आगे एक स्कॉर्पियो में सवार कुछ लोगों ने उनकी कार को रोका। फिर उसमें से 10 से 12 लोग निकले और हमारे ड्राइवर के साथ मारपीट करने लगे। मैंने जब उनको ऐसा करने से रोका तो वह मेरे साथ बदसलूकी करने लगे। वह खुद को पुलिस का जवान बता रहे थे। 

 एक्शन में आए सीएम से लेकर मंत्री तक 
घटना  के बारे में पता चलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा- राज्य में सभी की और खासकर महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरी है। वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को जैसे ही इस मामले का पता लगा  तो उन्होने कहा-आपका भाई आपके साथ है। मैं व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देख रहा हूं। आरोपियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। जल्द से जल्द उनपर कार्रवाई की जाएगी। 

यह पूरा इलाका है नक्सल प्रभावित...
वहीं मामले की जांच कर रहे एसपी ने कहा कि यह इलाका नक्सल प्रभावित है। इसलिए हमने रात में गुजरने वाली गाड़ियों को सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों को तैनात किया है। सोमवार रात को भी जवानों ने डॉक्टर की तेज स्पीड में चल रही कार को रोकने की कोशिश की थी। लेकन उनकी गाडी और ज्यादा तेज हो गई। जिसके चलते उन्होंने कार  को ओवरटेक किया होगा। हालांकि मामले की जांच की जा रही है।