सार

यह शॉकिंग मामला झारखंड के चाईबासा के एक गांव का है। यह आशिक मिजाज आदमी गांव में किराये से रहता है। इसका कहना है कि घर में टॉयलेट नहीं होने से वो तालाब पर जाता था, लेकिन महिलाओं का तर्क है कि वो झाड़ियों में छुपकर उन्हें नहाते देखता था। हालांकि, पुलिस ने इस शख्स की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मारपीट की FIR दर्ज की है। अब गांववाले इसके खिलाफ केस दर्ज कराने जा रहे हैं।

चाईबासा, झारखंड. घर में टॉयलेट न होने के बहाने रोज सुबह तालाब पर जाकर वहां नहाती महिलाओं को देखना एक शख्स को भारी पड़ गया। बताते हैं कि वो रोज सुबह चुपके से झाड़ियों में छुपकर बैठ जाता था। इसी बीच एक दिन उसके हिलने-डुलने से झाड़ियों में सरसराहट हुई। महिलाओं ने उसे देख लिया। हालांकि उस वक्त वो बहाने बनाकर निकल गया। इसके बाद महिलाओं ने अपने घर पर इस बारे में बताया। फिर सबने अगले दिन चुपके से उसे दबोच लिया। इसके बाद लाठियों से अच्छे से पिटाई कर दी।

यह और बात रही कि लोगों ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। उल्टे यह शख्स पीड़ित बनकर थाने पहुंच गया और तीन लोगों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज करा दिया। इसकी खबर जब गांववालों को पता चली, तो वे भी शिकायत दर्ज कराने निकल पड़े।

घंटों झाड़ियों में बैठा रहता था..

चौंकाने वाला यह मामला मुफ्फसिल थानाक्षेत्र के महुलसाई गांव का है। महिलाओं का आरोप है कि युवक पिछले कई दिनों से झाड़ियों में छुपकर उन्हें नहाते देख रहा था। बताते हैं कि इस तालाब का एक घाट गांववालों ने महिलाओं के लिए रिजर्व कर रखा है। पुरुष दूसरे छोर पर नहाते हैं। यह युवक महिलाओं वाले घाट पर आकर छुप जाया करता था। यह युवक मनीष दास गांव में किराये पर रहता है। मूलत:  कुमारडुंगी का रहने वाला मनीष यहां काम करता है। उसने बताया कि घर में टॉयलेट नहीं है। इसलिए वो तालाब पर जाता है। जबकि गांववालों ने कहा कि युवक ने जानबूझकर गांव की मर्यादा लांघी है।

माफी मांगने पर छोड़ा था..
रविवार को यह युवक गांववालों के हत्थे चढ़ गया था। इसके बाद महिलाओं और पुरुषों ने मिलकर उसकी तबीयत से पिटाई कर दी। युवक ने माफी मांगी, तब गांववालों ने उसे छोड़ा। गांववालों ने कहा कि युवक ने अपनी गलती मान ली थी, इसलिए पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। उन्हें नहीं मालूम था कि युवक गलती करने के बाद भी पीड़ित बनकर थाने पहुंच जाएगा।