सार

झारखंड में एक दर्दनाक हादसा हुआ। जहां एक 4 महीने की गर्भवती महिला की सांप के काटने के कारण जान चली गई। घरवालों ने इलाज के लिए ले जाने के बजाए झाड़ फूंक कराने ले गए जिसके कारण उसकी जान चली गई। घटना आज यानि शनिवार 1 अक्टूंबर को हुई।

पश्चिमी सिंहभूम. झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। जहां सांप के काटने के कारण एक 4 महीने की गर्भवती महिला की जान जाने का मामला सामने आया है। जहां हॉस्पिटल में ले जाने के बाद जांच करते हुए डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड की बाइपी पंचायत अंतर्गत हिजिया गांव का है। मृतका की पहचान हिजिया गांव निवासी शंभू उर्फ मटिया मेलगांड़ी की पत्नी पाराई मेलगांडी (30 वर्ष) के रूप में हुई है।

अस्पताल की जगह झाड़ फूंक कराने में ले गए
 जानकारी के अनुसार शनिवार के दिन मृतका अपने घर के काम कर रही थी। वह घर में पलंग के नीचे झाड़ू लगा रही थी इस दौरान एक जहरीले सांप ने उसके हाथ में डंस लिया। जैसे ही परिजनों को सांप के काटने का पता चला तो वो लोग उसे अस्पताल ले जाने के बजाए झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ गए। पर जब उसके बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो वे उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे पर तब तक मृतका की जान जा चुकी थी। 

जब तक हॉस्पिटल आए, देर हो चुकी थी
दरअसल सांप काटने की घटना शनिवार की सुबह 5 बजे  हुई। पाराई मेलगांडी अपने घर के काम कर रही थी तभी एक जहरीले सांप ने डस लिया। पर घर वालों ने हॉस्पिटल के बजाए झाड़ फूंक कराना ही बेहतर समझा तो वे इसके चक्कर में पड़कर बाबा के पास आ गए पर इसके बाद उसकी हालत और बिगड़ने लगी तो दोपहर करीब 12 बजे वे लोग उसे लेकर चक्रधरपुर अनुमंडल हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत बता दिया। वहीं मामले को लेकर जांच करने वाले चिकित्सक नंदू होनहागा का कहना कि सांप के काटने के बाद झाड़ फूंक या ओझा के पास जाने के बजाए जल्दी से जल्दी मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचते तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। बहू की मौत के बाद सास का रो रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि उनकी बहू 4 महीन की गर्भवती थी, यह जानने के बाद घर के लोग सदमें में है।

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