सार

हिंदू कैलेंडर का दसवां महीना पौष मास 20 दिसंबर, सोमवार से शुरू हो चुका है, जो 17 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान 14 जनवरी तक सूर्य के धनु राशि में रहने से खरमास भी रहेगा। वहीं, इस महीने बुधवार को यानी 22 दिसंबर को साल 2021 का आखिरी पुष्य नक्षत्र रहेगा।

उज्जैन. खरमास होने पर भी पुष्य नक्षत्र में शुभ कामों के लिए खरीदारी की जा सकती है। पौष महीने में हेमंत ऋतु का प्रभाव रहता है इसलिए ठंडक काफी रहती है। इस महीने में सूर्य अपने विशेष प्रभाव में रहता है। महीने में मुख्य रूप से की जाने वाली सूर्य की उपासना ही विशेष फलदायी होती है। मान्यता है कि इस महीने सूर्य 11 हजार रश्मियों के साथ व्यक्ति को ऊर्जा और उत्तम सेहत प्रदान करता है। पौष मास में अगर सूर्य की नियमित उपासना करे तो व्यक्ति पूरे साल स्वस्थ और संपन्न रहता है।

साल का आखिरी पुष्य नक्षत्र
इस साल का आखिरी पुष्य नक्षत्र 22 दिसंबर, बुधवार को रहेगा। इस संयोग में खरीदारी, निवेश और बड़े‎ व्यापारिक लेन-देन इस नक्षत्र में करना शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र में शुरू किए गए सभी‎ कार्य पुष्टि दायक, सर्वार्थसिद्ध व फलीभूत होते हैं। इसलिए सोना, चांदी और नए सामान की खरीदारी शुभ मानी जाती है।

पुष्य नक्षत्र में होते हैं मांगलिक कार्य
पुष्य को ऋग्वेद में तिष्य अर्थात शुभ या‎ मांगलिक तारा कहते हैं। इस समय विवाह को छोड़कर सभी मांगलिक कार्य की शुरुआत कर‎ सकते हैं। ग्रहों की स्थिति की बात करें, तो पुष्य नक्षत्र के दौरान चंद्रमा कर्क राशि में स्थित होता‎ है। 12 राशियों में एकमात्र कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। धन के देवता को पुष्य नक्षत्र के लिए‎ खास माना जाता है।

खरमास, 14 जनवरी तक
ज्योतिषीयों के अनुसार, जब सूर्य बृहस्पति राशि‎ में आता है, तभी से खरमास शुरू हो जाता है। पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र का कहना है कि सूर्य 16 दिसंबर को बृहस्पति की राशि धनु में‎ प्रवेश कर चुका है, जो 14‎ जनवरी तक इसी में रहेगा। इसलिए इन दिनों में मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं। अब शादी, सगाई, वधू प्रवेश,‎ द्विरागमन, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए व्यापार‎ का आरंभ आदि न करें।


ये खबरें भी पढ़ें...
 

17 जनवरी तक रहेगा हिंदू पंचांग का दसवां महीना पौष, जानिए इस महीने में कब, कौन-सा त्योहार मनाया जाएगा

Life Management: भगवान ने किसान की इच्छा पूरी की, फसल भी अच्छी हुई, लेकिन बालियों में दाने नहीं थे, ऐसा क्यों

Life Management: कुम्हार का पत्थर व्यापारी ने खरीद लिया, कंजूस जौहरी ने उसे परखा, लेकिन खरीदा नहीं…जानिए क्यों

Life Management: महिला बच्चों को नाव में घूमाने ले गई, पति को पता चला तो वो डर गया, क्योंकि नाव में छेद था

Life Management: जब दूसरों की बुराई करने आए व्यक्ति से विद्वान ने पूछे 3 सवाल…सुनकर उसके पसीने छूट गए?