सार
वुलन कपड़ों को वॉश करते समय हमें कुछ सावधानियां बरतें की जरूरत होती है, नहीं तो इनकी चमक और सॉफ्टनेस खराब हो जाती है।
पूरे देश में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गिरते तापमान के साथ ही लोगों के कई सारे रजाई-गद्दे और स्वेटर (woolen clothes) बाहर निकल लिए हैं। ठंड से बचने के लिए लोग इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन रजाई- कंबल और स्वेटर को सही तरीके से ना धोने से यह जल्दी खराब हो जाते हैं। फिर इससे ना हमें गर्माहट मिलती है और इसको पहनने से खुजली भी होती है। ऐसे में हम आपको बताते हैं वुलन कपड़े धोने का सही तरीका (woolen cloths washing Tips), जिससे उसकी सॉफ्टनेस, चमक और गर्माहट लंबे समय तक बनी रहेगी...
एक साथ ना धोएं खूब सारे कपड़े
अक्सर ऐसा होता है कि वॉशिंग मशीन में हम ढेर सारे कपड़े एक साथ डाल देते हैं और उन्हें घंटों तक उन्हें मशीन में धुलने देते हैं। जबकि वुलन कपड़ों को धोते समय हमें यह बात ध्यान रखें कि कभी भी मशीन को ओवरलोड नहीं करना चाहिए। हमें सिर्फ पांच से सात कपड़े ही मशीन में एक समय में धोना चाहिए, ताकि यह अच्छी तरीके से साफ हो सके।
हमेशा कपड़ों को उल्टा करके धोएं
वुलन कपड़ों को धोते समय इस बात का ध्यान रखें कि हमें इन कपड़ों को हमेशा उल्टा धोना चाहिए इससे कपड़े का रेशा खराब नहीं होता है और वुलन क्लॉथ सॉफ्ट बना रहता है।
पानी में ना गलाएं विंटर क्लोथ
वुलन कपड़ों को कभी भी ज्यादा देर तक सर्फ में गलाकर नहीं रखना चाहिए। इससे इनका रंग निकल सकता है और सर्फ के पानी में ज्यादा देर रहने से इनकी सॉफ्टनेस भी खत्म हो जाती है। ऐसे में हमें इन्हें बिना गलाएं तुरंत ही धो लेना चाहिए।
गर्म पानी में ना धोएं वुलन कपड़े
अक्सर हमने घर में महिलाओं को देखा है कि गंदे कपड़े या वुलन कपड़े धोने के लिए वह गर्म पानी का इस्तेमाल करती हैं, उन्हें लगता है कि ऐसा करने से कपड़े ज्यादा अच्छे से साफ हो जाएंगे, जबकि स्वेटर या गर्म कपड़ों को गर्म पानी से धोने से इनकी shelf-life कम होती है। हमें इन कपड़ों को हमेशा नॉर्मल पानी में ही धोना चाहिए।
बार-बार ना धोएं वुलन क्लॉथ
गर्म कपड़ों को हमें बार-बार नहीं धोना चाहिए। आप कोशिश करें कि एक वुलन कपड़े को कम से कम चार से पांच बार पहनने के बाद ही इसे धोएं। इसे बार-बार इस से धोने से इसकी शेल्फ लाइफ कम होती है।
रजाई और कंबल को धोते समय ध्यान रखेंगे बात
रजाई और कंबल को कभी भी वॉशिंग मशीन में नहीं धोना चाहिए, क्योंकि इससे इनकी रूई अपनी जगह से हिल जाती है और यह समतल नहीं रहती है। इसलिए हमेशा रजाई और कंबल को हाथ से धोना चाहिए और इसे कभी भी निचोड़ना नहीं चाहिए, ना ही इसे किसी रस्सी में टांग कर सुखाना चाहिए। इसकी जगह इन्हें किसी समतल जगह पर पंखे की हवा में सूखने दें।
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