सार

बनारस की गलियों की मशहूर मलइयो अब घर पर बनाएं! इस रेसिपी से जानें कैसे ताज़ी मलाई और दूध से बनता है ये झागदार नाश्ता।

फूड डेस्क: बनारस की गलियों में मिलने वाली क्रीमी मलइयो का स्वाद क्या आपने चखा है? यकीनन एक बार अगर आपने बनारस की मलइयो खा ली तो इसका स्वाद आपकी जुबान से कभी नहीं जा सकता। लेकिन मलइयो खाने के लिए अब आपको बनारस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप घर पर ही ताजी मलाई से मजेदार मलइयो बना सकते हैं।

बनारस में कब से हुई मलइयो बनाने की शुरुआत

सदियों पहले बनारस में गंगा किनारे बहुत अच्छी घास हुआ करती थी और जब वह घास वहां की गाय खाती थी, तो बहुत गाढ़ा और मलाईदार दूध देती थी। खासकर सर्दियों में जब गाय दूध देती थी, तो उसमें फैट परसेंटेज ज्यादा हो जाता था और जब सर्दियों में गाय का दूध निकालने के बाद इसे बाहर रखा जाता था, तो इसमें मोटी मलाई जम जाती थी। वहां के लोगों ने इसे फेंटा, तो मक्खन बनने की जगह एक झागनुमा मलाई तैयार हो गई। जिसके बाद से बनारस में हर सुबह इस पौष्टिक मलाई को नाश्ते के रूप में सर्व किया जाने लगा और इसका नाम पड़ा मलइयो।

 

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घर में ऐसे बनाएं बनारसी मलइयो

दूध: 1 लीटर (फुल क्रीम)

ताजा मलाई: ½ कप

केसर: 10-12 धागे (1 चम्मच दूध में भिगोया हुआ)

चीनी: 3-4 बड़े चम्मच

हरी इलायची पाउडर: ½ चम्मच

पिस्ता और बादाम: बारीक कटे हुए

गुलाब जल: 2-3 बूंदें

मलाइयो बनाने की विधि

मलाईयो बनाने के लिए फुल क्रीम दूध को एक गहरे बर्तन में उबालें। उबाल आने के बाद आंच धीमी करें और दूध को 5-7 मिनट तक पकाएं। दूध को ठंडा होने दें और फ्रिज में 6-8 घंटे या रातभर रखें। ठंडे दूध को फेंटने के लिए एक इलेक्ट्रिक बीटर या व्हिस्क का इस्तेमाल करें। इसे तब तक फेंटें जब तक दूध में झाग बनने लगे। झाग बनने के बाद इसमें मलाई और चीनी मिलाएं और फिर से फेंटें। दूध के झाग में केसर वाला दूध, इलायची पाउडर और गुलाब जल डालें। हल्के हाथ से मिलाएं ताकि झाग बना रहे। तैयार मलइयो को कटोरी या गिलास में डालें। ऊपर से पिस्ता और बादाम से गार्निश करें।

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