सार
कन्वेंशनल और कन्वेक्शन ओवन में अंतर जानें। सही ओवन का चुनाव करें अपने कुकिंग स्टाइल के अनुसार। कन्वेक्शन ओवन बिजली बचाता है, जबकि कन्वेंशनल ओवन बेकिंग के लिए बेहतर है।
फूड डेस्क: समय बदलने के साथ ही किचन में खाना बनाने का तरीका भी बहुत बदल चुका है। आजकल गैस में खाना पकाने के बजाय लोग ओवन या फिर एयरफ्रायर का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के दिमाग में ये कन्फ्यूजन रहता है कि आखिर किस तरह का ओवन लिया जाए? कन्वेंशनल या फिर कन्वेक्शन ओवन को लेकर अगर आपके मन में भी डाउट है तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। जानिए मास्टरशेफ पंकज भदौरिया के कन्वेंशनल और कन्वेक्शन ओवन में बताए गए अंतर के बारे में।
कन्वेंशनल या फिर कन्वेक्शन ओवन में अंतर
कन्वेंशनल ओवन में कुकिंग रेडिएशन के माध्यम से होती है। ऐसे ओवन में आप आराम से केक, स्पॉन्ज, ब्रेड बना सकती हैं। कुकिंग के दौरान हीट खाने में बाहर से अंदर की तरफ जाती है। कन्वेंशनल ओवन में बराबर हीट लगने से खाना अच्छी तरह से बेक किया जा सकता है।
वहीं कन्वेक्शन ओवन में एक फैन लगा होता है। हीट खाने में बराबर स्प्रेड होती है। ऐसे ओवन में आप आसानी से पाई, रोस्ट,कुकीज आदि के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको अपने लिए कौन-सा ओवन खरीदना है, ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या पकाना ज्यादा पसंद करेंगी।
जल्दबाजी में न पकाएं खाना
कन्वेंशनल ओवन का इस्तेमाल कर बेकिंग करने में आपको जल्दबाजी महंगी पड़ सकती है। तापमान हर स्थान में समान न होने के कारण खाना बाहर से तो पका दिखेगा लेकिन अंदर से आधा पका रह सकता है। अगर आप कन्वेंशनल ओवन इस्तेमाल बेकिंग के लिए कर रहे हैं तो खाना धीरे-धीरे ही पकाएं। इसके लिए आपको ओवन में ज्यादा समय देना पड़ेगा। अगर आप सॉफ्ट फूड पका रहे हैं तो कम समय में ओवन में खाना पक जाएगा।
कन्वेक्शन ओवन में कम खर्च
कन्वेक्शन ओवन कम बिजली खर्च में जल्दी खाना पका देते हैं। फैन एयर के कारण हीट का सर्कुलेशन डोर खुलने पर बढ़ता है। ओवरऑल अधिक तापमान में खाना जल्दी पूरी तरह से पक जाता है।
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