सार
navratri 2023 bhog for skandamata: स्कंदमाता को भोग में केला चढ़ाया जाता है। आप केले का मालपुआ बनाकर माता रानी को अर्पित कर सकती हैं। तो चलिए बताते हैं रेसिपी।
फूड डेस्क.शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। भगवान स्कंद (कार्तिकेय) बालरूप में उनकी गोद में विराजित है। कहा जाता है कि स्कंदमाता की सच्चे दिल से पूजा करने से निसंतान को संतान और जिनकी शादी नहीं हो रही है उनकी शादी हो जाती है। स्कंदमाता को पीला रंग पसंद है इसलिए इस दिन पीले कपड़े पहनने चाहिए। भोग में उन्हें केला पसंद है। आप चाहे तो केले का भोग लगा सकते हैं। अगर उन्हें कुछ और चढ़ाना चाहते हैं तो केले से बने मालपुआ का भोग लगा सकते हैं। तो चलिए बताते हैं केले से कैसे टेस्टी मालपुआ आप बना सकते हैं।
केले का मालपुआ बनाने के लिए सामग्री
2 पके केले
1 कप मैदा
1/4 कप सूजी
1/4 कप चीनी
एक चुटकी इलायची पाउडर
एक चुटकी बेकिंग पाउडर
दूध, आवश्यकता अनुसार
तलने के लिए घी या तेल
चीनी सिरप के लिए
1/2 कप चीनी
1/2 कप पानी
कुछ केसर के धागे
गुलाब जल की कुछ बूँदें (ऑप्शनल)
मालपुआ बनाने की विधि
चीनी की चाशनी सबसे पहले तैयार करें। एक पैन में चीनी और पानी मिलाएं। इसे उबाल लें और इसे तब तक उबलने दें जब तक कि यह थोड़ी चिपचिपी चाशनी न बन जाए। चाहें तो केसर के धागे और गुलाब जल मिला लें।चीनी की चाशनी को अलग रख दें।
केले का मालपुआ तैयार करें
-पके केले को एक बाउल में मैश करें जब तक वे मुलायम न हो जाएं।
-मैश किए हुए केले में मैदा, सूजी, चीनी, इलायची पाउडर और एक चुटकी बेकिंग पाउडर मिलाएं।
-धीरे-धीरे दूध डालकर एक चिकना घोल बनाएं। इसकी स्थिरता पैनकेक बैटर के समान होनी चाहिए।
मालपुआ तलें
-एक फ्राइंग पैन या तवे में मध्यम आंच पर घी या तेल गर्म करें।
-गर्म घी या तेल में एक करछुल केले का मालपुआ बैटर डालें और इसे धीरे से फैलाकर छोटा पैनकेक बना लें।
-मालपुआ को दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करें।
-तले हुए मालपुआ को घी/तेल से निकाल लीजिये और पेपर टॉवल पर रखकर अतिरिक्त तेल निकाल दीजिये।
चीनी सिरप में भिगोएं
-जब तक मालपुआ गर्म रहे, इसे तैयार चीनी की चाशनी में डाल दें।
-इसे एक या दो मिनट तक भीगने दें, फिर इसे पलट दें ताकि यह समान रूप से भीग जाए।
=केले के मालपुआ को चाशनी से निकाल कर सर्विंग प्लेट में रखें।
सर्व करना
-आप केले के मालपुआ को कटे हुए मेवे जैसे पिस्ता या बादाम से सजा सकते हैं।
-केले का मालपुआ गर्म या कमरे के तापमान पर परोसा जा सकता है।
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