सार

जापान में उगाया जाने वाला किन्मेमाई प्रीमियम चावल दुनिया का सबसे महंगा चावल है, जिसकी कीमत 10,036 रुपये प्रति किलो है। यह चावल अपने पोषक तत्वों, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुणों और अनोखे स्वाद के लिए जाना जाता है।

हर चावल की अपनी कीमत होती है. इसके पीछे चावल की गुणवत्ता समेत कई कारण होते हैं. भारत में प्रीमियम क्वालिटी के चावल की कीमत सौ या दो सौ रुपये होती है. लेकिन, जापान में पाए जाने वाले इस चावल की कीमत सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा. इस चावल की कीमत कितनी है? एक किलो के लिए 10,036 रुपये.

ऑडिटी सेंट्रल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस चावल का नाम किन्मेमाई प्रीमियम है. इस चावल के नाम दुनिया का सबसे महंगा चावल होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है. बताया जाता है कि यह चावल पोषक तत्वों से भरपूर होता है और यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. किन्मेमाई प्रीमियम 140 ग्राम के पैकेट में बिकता है. एक किलो की कीमत करीब 120 डॉलर (करीब 10,036 रुपये) है.

2016 में, 109 डॉलर (करीब 9,116 रुपये) प्रति किलो की कीमत वाला यह चावल उस वर्ष सबसे महंगे चावल का विश्व रिकॉर्ड बना था.

किन्मेमाई प्रीमियम का उत्पादन जापान की टोयो राइस कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाता है. यह चावल पाँच प्रकार के जापानी चावलों से चुने हुए दानों से बना है. यह पृथक्करण 17 साल पहले विकसित राइस-बफिंग तकनीक का उपयोग करके किया जाता है.

इसके स्वाद और गुणों के कारण इसे खरीदने वालों की कोई कमी नहीं है. इस चावल की एक और खासियत यह है कि इसे बिना धोए ही पकाया जा सकता है. यह नरम मखमल जैसा चावल है.