Rose Bonsia Tips: कई बार मन में यह सवाल आता है कि क्या गुलाब का भी बोनसाई बनाया जा सकता है। इसका जवाब है. हां, सही तकनीक अपनाकर लगभग किसी भी पौधे को बोनसाई में बदला जा सकता है। बस जरूरत है सही जानकारी और थोड़े धैर्य की। 

अगर आपको गार्डनिंग का शौक है और कम जगह पर कुछ कमाल के प्लांट उगाने चाहते हैं, तो बोनसाई सही तरीका है। आप बड़े से बड़े प्लांट को छोटे से पॉट में लगा सकते हैं। देखने में भी यह काफी खूबसूरत लगता है। गुलाब उन्हीं में से एक है। आप गुलाब का भी बोनसाई बनाकर भी सुकून पा सकते हैं। यकीन मानिए जब गुलाब का बोनसाई तैयार होता है, तो इसे देखना एक खूबसूरत एहसास होता है। लेकिन इसे बनाने में सही तकनीक और थोड़ा धैर्य की जरूरत पड़ती है। तो चलिए बताते हैं, कैसे आप गुलाब को बोनसाई में तब्दील कर सकते हैं।

गुलाब बोनसाई बनाने के लिए जरूरी चीजें

  • एक मेच्योर गुलाब का पौधा
  • उथला बोनसाई पॉट (ड्रेनेज होल वाला)
  • गार्डन मिट्टी, रेत और वर्मी कम्पोस्ट
  • प्रूनिंग कैंची
  • एल्युमिनियम या कॉपर वायर

स्टेप-1 प्लांट का चुनाव

बोनसाई बनाने के लिए आपको एक मेच्योर गुलाब का पौधा चाहिए। आप चाहें तो छोटे पौधे से भी इसे बना सकते हैं, लेकिन इसमें कई साल लग जाते हैं। तो एक बड़ा गुलाब का पौधा चुनें।

स्टेप 2: मिट्टी तैयार करें

गार्डन मिट्टी, रेत और वर्मी कम्पोस्ट को बराबर मात्रा में मिलाएं। यह मिश्रण पानी को ज्यादा देर तक रोकने से बचाता है, जिससे जड़ें सड़ती नहीं हैं।

स्टेप-3 प्लांट तैयार करना

सबसे पहले गुलाब के प्लांट को मौजूद गमले से निकालए और जड़ से मिट्टी को आराम-आराम से हटाएं। ध्यान रखें कि इसके मेन जड़ को नुकसान ना पहुंचे। जड़ को साफ करने के बाद आप इसे धो दें। यहां पर आपको हैवी जड़ वाला गुलाब मिलेगा। जिसकी कटिंग करनी होगी। आप जड़ों को आराम-आराम से नीचे से काटें।

स्टेप-4 टहनियों को भी हटाएं

पौधे की लंबी टहनियों और अनावश्यक पत्तियों को काट दें। इससे पौधे को बोनसाई शेप देने में मदद मिलेगी और नई ग्रोथ कंट्रोल में रहेगी।

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स्टेप -5 पॉट में ट्रांसफर करें

अब गुलाब को उथला बोनसाई पॉट में जड़ों को फैलाते हुए लगाएं। पहले की मिट्टी में तने का हिस्सा जो अंदर था, उसे बाहर निकालें और जड़ों को फैलाते हुए मिट्टी भरे।

स्टेप 6: वायरिंग से दें शेप

पौधे की टहनियों पर हल्के हाथ से वायर लपेटें और मनचाही दिशा में मोड़ें। ध्यान रखें कि वायर बहुत टाइट न हो, वरना टहनी को नुकसान हो सकता है।

स्टेप 7: सही जगह पर रखें

गुलाब बोनसाई को ऐसी जगह रखें जहां उसे रोज 4–6 घंटे धूप मिले। मिट्टी सूखने पर ही पानी दें, ज्यादा पानी से बचें। समय-समय पर प्रूनिंग करते रहें। महीने में एक बार लिक्विड खाद ही दें। कीड़े या फंगस दिखें तो तुरंत इलाज करें। बोनसाई बनाने का प्रोसेस एक दो महीने का नहीं होता है, कई साल लगते हैं। इसे बार-बार गमले से निकालकर जड़ों को काटना होता है। इसलिए इसमें धैर्य की जरूरत पड़ती है।

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