Discover Biggest Downsides of Spider Plants: स्पाइडर प्लांट एक अच्छा एयर-प्यूरिफाइंग प्लांट है, बस आपको इसके नुकसान और केयर-टिप्स पता होने चाहिए।
स्पाइडर प्लांट्स (Spider Plants) को लोग ऑक्सीजन देने वाला, कम केयर वाला और हर जगह फिट मानकर घर में लगा लेते हैं। पर क्या आपको पता है कि इस प्लांट के कुछ ऐसे नुकसान भी हैं, जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं? गलत जगह लगाने या गलत तरीके से केयर करने पर यह प्लांट न सिर्फ घर की हवा, बल्कि आपके घर की खूबसूरती और कई बार स्वास्थ्य तक को प्रभावित कर सकता है। अगर आप इसे खरीदने की सोच रहे हैं, तो पहले इसके कमियों और प्रैक्टिकल प्रॉब्लम्स को जानना जरूरी है।
स्पाइडर प्लांट पर धूल जमने से घर की हवा गंदी
ये प्लांट हवा साफ करता है ये सच है। लेकिन इसकी लंबी लटकती पत्तियों पर जल्दी-जल्दी डस्ट जमती है, और हवा में उड़कर यह एलर्जी पैदा कर सकती है। खासतौर पर बच्चों और एलर्जिक लोगों के लिए नुकसानदेह है। अगर आप इसे क्लीन नहीं कर पाते, तो यह आपके घर में फायदा से ज्यादा नुकसान कर सकता है।
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ज्यादा नमी में स्पाइडर प्लांट्स की जड़ें गलने का खतरा
यह प्लांट ओवरवाटरिंग से तुरंत रिएक्ट करता है। जड़ें सड़ने (Root Rot) का खतरा रहता हौ और बदबूदार मिट्टी होती है। साथ ही पत्तों का काला होना और प्लांट का 15–20 दिनों में मर जाना, नए गार्डनर्स के लिए यह परेशानी वाली स्थिति है।
पालतू जानवरों के लिए जहरीला स्पाइडर प्लांट
स्पाइडर प्लांट पूरी तरह टॉक्सिक नहीं है, लेकिन बिल्लियां इसकी पत्तियां चबाकर, उल्टी, पेट दर्द और सुस्ती जैसी दिक्कतें झेल सकती हैं। Cat owners के लिए यह एक रिस्की प्लांट है। एलर्जी ट्रिगर कर सकता है (May Trigger Allergies) और स्पाइडर प्लांट की पत्तियों से हल्का-सा पराग निकलता है। ये सांस में जलन, छींकें और आंखों में खुजली जैसी दिक्कतें एलर्जी वाले लोगों में बढ़ सकती हैं।
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घर में स्पेस मैनेज करना मुश्किल
स्पाइडर प्लांट तेजी से फैलता है और उसके बेबी-शूट हर तरफ लटकने लगते हैं। छोटे घरों या फ्लैट्स में यह ज्यादा जगह घेरकर क्लटर जैसा लुक दे सकता है। बार–बार ट्रिम ना करने पर यह अनमनी झाड़ी की तरह दिखने लगता है।
ज्यादा नमी में फंगल समस्या
अगर घर में नमी ज्यादा है तो इसकी जड़ों में फंगल इन्फेक्शन और रूट रॉट जल्दी हो जाता है। इससे बदबू और कीट भी बनने लगते हैं। अगर सफाई न हो तो हवा में धूल वापस रिलीज होती है जिससे अस्थमा व साइनस के मरीजों को दिक्कत बढ़ सकती है।
