What Is Hydroponic Gardening: आजकल हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग का यूज बहुत ज्यादा हो रहा है, जिसमें बहुत कम गार्डन सॉइल की जरूरत होती है और पेड़ पौधों को जरूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं, जिससे वो खूब फल फूल देते हैं।
Hydroponic Setup At Home: क्या आपको भी अपने घर के आंगन में या बालकनी में अलग-अलग प्रकार के पौधे लगाना पसंद है, लेकिन वही मिट्टी की खुदाई करके खाद डालकर आप गार्डनिंग नहीं कर पाते हैं, तो आज हम आपको बताते हैं हाइड्रोपोनिक गार्डन के बारे में। ये एक सॉइल लेस गार्डनिंग सिस्टम है, इसमें पौधे मिट्टी के बिना उगाए जाते हैं। पौधों को पोषण देने के लिए मिट्टी की जगह पानी में घुला हुआ सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पौधे की जड़ सीधे अपनी कोकोपीट, परलाइट या ग्रो रॉक्स जैसी टच में रहती हैं।
हाइड्रोपोनिक गार्डन के फायदे
हाइड्रोपोनिक गार्डन में सॉइल लेस गार्डनिंग की जाती है। ऐसे में मिट्टी की जरूरत नहीं होती है। हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग में 90% कम पानी खर्च होता है। इस तरह की गार्डनिंग में पेड़ पौधों को सही मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं। उनमें ज्यादा नमी नहीं होती है, जिससे जड़ों को सड़ने से बचाया जाता है। इसके अलावा हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग में पौधों को बेहतर ऑक्सीजन मिलती है, जिससे वो तेजी से बढ़ते हैं और ज्यादा फल फूल देते हैं। इससे पौधों में कीट और गंदगी कम होने के चांसेस होते हैं। छोटे घर या बालकनी में इस तरीके का सेटअप आसानी से किया जा सकता है।
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घर में कैसे करें हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग
अगर आप घर में हाइड्रोपोनिक गार्डन की शुरुआत करना चाहते हैं, तो पानी और पौधों को रखने के लिए आपको एक कंटेनर या ग्रो ट्रे की जरूरत पड़ेगी। जड़ों को सपोर्ट देने के लिए कोकोपीट या परलाइट डालना होगा। पौधों को पोषक तत्व देने के लिए हाइड्रोपोनिक न्यूट्रिएंट सॉल्यूशन की जरूरत होगी। पानी में ऑक्सीजन बनाए रखने के लिए वाटर पंप या एयर पंप का इस्तेमाल आप कर सकते हैं, नहीं तो स्प्रे बोतल भी ठीक है। पानी के पीएच लेवल को बैलेंस करने के लिए पीएच मीटर और पौधों की रोशनी के लिए ग्रो लाइट का इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
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हाइड्रोपोनिक गार्डन का सेटअप कैसे करें
- सबसे पहले आप पौधा चुनें।
- हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग में आप पुदीना, हरी धनिया, पालक, मेथी, टमाटर, मिर्च जैसे पौधे लगा सकते हैं।
- अब किसी टब या बॉक्स में पौधे को रखने के लिए ढक्कन में होल्स बनाएं और नेट पॉट होल्स में फिट करें।
- नेट पॉट में कोकोपीट या क्ले बॉल्स भरें।
- 1 लीटर पानी में 10-15ML न्यूट्रिएंट मिलाएं, जिसका PH 5.5 से 6.5 तक रखें।
- पौधे की जड़े पानी को टच करें।
- ग्रोथ ट्रे को धूप या ग्रो लाइट के नीचे रखें।
- 15 दिन में पौधों के पानी को बदलते रहे।
- हफ्ते में एक बार पौधों का न्यूट्रिएंट लेवल जरूर चेक करें।
- समय-समय पर जड़ों की सफाई करते रहे और खराब पत्तियों को काटते रहे।
