सार

इजरायल युद्ध के बीच वहां खसरा नामक बीमारी फैलने की आशंका जताई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है और माता-पिता को कहा है कि तुरंत बच्चों का वैक्सीन कराएं।

हेल्थ डेस्क. इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध की घोषणा हो चुकी है। 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल (hamas attack on israel) पर 5हजार से ज्यादा रॉकेट दागे। जिसमें काफी लोगों की जान जा चुकी है। वहीं हजारों घायल है। इस बीच वहां एक जीवन-घातक बीमारी के फैलने की आशंका जताई गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बच्चों में खसरे के व्यापक प्रकोप (measles outbreak) के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने माता-पिता को विशेष सावधानी बरतने को कहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेल अवीव ( Tel Aviv ) में चार बच्चे खसरे से संक्रमित पाए गए हैं। द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, मरीज़ों की उम्र लगभग 2 वर्ष है। पांचवें बच्चे में अत्यधिक संक्रामक बीमारी का संदिग्ध मामला है।इज़राइली बाल चिकित्सा संघ ने जीवन-घातक बीमारी खसरा के खिलाफ टीकाकरण की स्थिति पर जोर दिया। अधिकारियों ने माता-पिता से अपने बच्चों को तुरंत टीकाकरण कराने को कहा है।

खसरा क्या है (What is measles)

खसरा रूबेला नामक वायरस से होने वाला संक्रमण है जो ज्यादातर बच्चों को अपना निशाना बनाता है। खसरा पीड़ित बच्चे की स्थिति जानलेवा हो सकती है अगर सही इलाज नहीं मिला तो। यह संक्रमण वायरस से संक्रमित होने के लगभग 10 से 14 दिन बाद लक्षण दिखाता है।

खसरा के लक्षण ( measles symptoms)

बुखार

सूखी खांसी

बहती नाक

गला खराब होना

नेत्रश्लेष्मलाशोथ या सूजी हुई आँखें

त्वचा पर चकत्ते, त्वचा पर छोटे-छोटे धब्बे

खसरा होने के कारण

यह संक्रमण सबसे अधिक मरीज के नाक और गले में पाया जाता है। इसलिए, जब कोई संक्रमित रोगी खांसता या छींकता है, तो संक्रामक बूंदें लंबे समय तक हवा में रह सकती हैं। खसरा होने के चार दिन पहले और फिर चार दिन बाद ज्यादा संक्रामक होताहै। करीब 90 प्रतिशत लोग जिन्हें खसरा नहीं हुआ और जिन्होंने वैक्सीन नहीं लिया है वो इसके वायरस के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं।

खसरे का टीका

अच्छी बात यह है कि खसरे को रोकने के लिए वैक्सीन मौजूद है। मेयोक्लिनिक के अनुसार, एमएमआर वैक्सीन की दो खुराक खसरे को रोकने और जीवन भर इससे बचाव करने में 97 प्रतिशत प्रभावी हैं।खसरे का टीका आमतौर पर संयुक्त खसरा, गलसुआ और रुबेला (एमएमआर) वैक्सीन के रूप में दिया जाता है।

और पढ़ें:

गांठ ही नहीं ये भी Breast Cancer के 6 लक्षण, तुरंत डॉक्टर के पास भागें

Breast Cancer Awareness Month 2023: कब शुरू हुई थी ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ, जानें थीम और महत्व