- Home
- Lifestyle
- Health
- मेनोपॉज से जुड़े ये 5 मिथ जिसे सुनकर पीट लेंगे माथा, हर महिला और पुरुष को जानना है जरूरी
मेनोपॉज से जुड़े ये 5 मिथ जिसे सुनकर पीट लेंगे माथा, हर महिला और पुरुष को जानना है जरूरी
- FB
- TW
- Linkdin
मिथक: मेनोपॉज एक बीमारी है।
मेनोपॉज को लेकर कई लोगों का मानना है कि यह एक बीमारी या फिर अब नॉर्मल कंडीशन है। जबकि सच्चाई यह है कि यह एक नेचुरल प्रक्रिया है जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। मेनोपॉज में महिलाओं का पीरियड्स हमेशा के लिए आना बंद हो जाता है। वो बच्चे पैदा नहीं कर सकती हैं मेनोपॉज के बाद।
मिथक: मेनोपॉज एक निश्चित उम्र में होती है।
मेनोपॉज के बारे में लोगों का मानना है कि यह अचानक हो जाता है। जोकि बिल्कुल गलत है। यह एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। जो कई सालों में होती है। मेनोपॉज तक का वक्त जिसे प्रीमेनोपॉज के रूप में जाना जाता है। कई सालों तक चल सकती है। इसमें हार्मोनल उतार-चढ़ाव और पीरियड्स के पैटर्न में बदलाव देखने को मिलते हैं। 12 महीने तक जब किसी महिला को पीरियड्स नहीं आता है तब माना जाता है कि उनका मेनोपॉज हो गया।
मिथक: मेनोपॉज एक निश्चित उम्र में होती है।
अलग-अलग महिलाओं में मेनोपॉज की अलग-अलग उम्र हो सकती है। औसत उम्र 51 साल है, लेकिन यह 40 के दशक के अंत और 60 के दशक की शुरुआत के बीच कभी भी हो सकती है। जेनेटिकल, हेल्थ और लाइफस्टाइल समय को प्रभावित कर सकते हैं।
मिथक : मेनोपॉज का इलाज किया जाना चाहिए।
मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है ना कि कोई बीमारी। इसलिए इसका कोई इलाज नहीं हैं। हालांकि कुछ दिक्कतें मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को होती है जिसकी थेरेपी की जाती है।
मिथक :मेनोपॉज के बाद महिलाओं का सेक्स लाइफ खत्म हो जाती है।
मेनोपॉज को लेकर लोगों के मन में सबसे पहला विचार यहीं आता है कि अब सेक्स लाइफ खत्म हो जाएगी। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। मेनोपॉज के दौरान कामेच्छा में कमी आती है। लुब्रिकेंट भी कम हो जाता है। लेकिन अगर हम हार्मोनल थेरेपी लेते हैं तो सेक्स लाइफ को बनाए रख सकते हैं। इतना ही नहीं लुब्रिकेंट बढ़ाने वाली चीजों का इस्तेमाल महिलाएं कर सकती हैं।
और पढ़ें:
आखिर क्यों मेनोपॉज के बाद महिलाओं की हड्डियां होने लगती हैं कमजोर, जानें कारण और बचाव के उपाय