सार
Nipah virus alert in Kerala: केरल में निपाह वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है। हेल्थ एक्सपर्ट ने इसे लेकर अलर्ट जारी की है। बांग्लादेश में फैले निपाह वायरस का स्ट्रेन केरल में भी पाया गया है। जिसकी वजह से चिंता और बढ़ गई है।
हेल्थ डेस्क. केरल के कोझिकोड ( kozhikode) में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं पांच एक्टिव केस सामने आए हैं। बांग्लादेश में फैले निपाह वायरस स्ट्रेन केरल में पाया गया है। एक्टिव केस में एक एक स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल है। संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिले में अवकाश की घोषणा की गई है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि वायरस से निपटने की तैयारी हो रही है। पांचवा मामला 24 साल के स्वास्थ्य कर्मी का है जो कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में कार्यरत है।
इसके साथ ही हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज ने कहा है कि यह निपाह वायरस का बांग्लादेशी वैरियंट है। यह मानव से मानव में फैलता है। कम संक्रामक होने के बाद भी इसमें मृत्यु दर बहुत ज्यादा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रेन को नुकसान पहुंचाने वाले वायरस को फैलने से रोकने के लिए हेल्थ डिपार्मटें जरूरी कदम उठाए हैं।
कितना खतरनाक है बंग्लादेशी वैरिएंट 'किलर'
-हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इसके संक्रमण से मृत्यु की आशंका काफी बढ़ जाती है।
-बांग्लादेशी वैरियंट की मृत्यु-दर 70% है।
-यह मानव से मानव में फैलता है और मुफीद परिस्थितियों में महामारी का रूप ले सकता है।
-हालांकि यह कम संक्रामक होता है। मतलब इसके फैलने की रफ्तार दूसरे वैरिएंट से कम होती है।
कर्नाटक ने जारी की एडवाइजरी
केरल में फैले इस बीमारी के बाद कर्नाटक सरकार भी एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने लोगों को केरल जाने से बचने के लिए कहा है। इसके अलावा केरल के सीमावर्ती जिलों (कोडागु, दक्षिण कन्नड़, चामराजनगर और मैसूर) में सर्विलांस बढ़ाने का निर्देश दिया है।
निपाह वायरस से कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
यह बीमारी चमगादड़ से मनुष्य तक फैलता है। इसलिए ताड़ के रस से बचने की सलाह दी गई है। जो कि संक्रमित हो सकता है।
बीमार जानवरों को संभालने के दौरान दस्ताने और सुरक्षात्मक कपड़े पहनने चाहिए।
निपाह वायरस संक्रमण वाले रोगियों के साथ निकट असुरक्षित शारीरिक संपर्क से बचना चाहिए।
स्वास्थ्यकर्मी जो संक्रमण वाले मरीजों की देखभाल करते हैं, या उनके नमूनों को संभालने के दौरान तय मानक को सही तरीके से फॉलो करना चाहिए।
कम से कम 1 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखनी चाहिए।
यदि आपने बुखार से पीड़ित किसी व्यक्ति को छुआ है, तो अपने हाथों को 20 सेकंड तक अच्छी तरह धोएं।
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