सार

कभी-कभी गहरी नींद में सोते समय अचानक ऊँची जगह से गिरने जैसा एहसास होता है। यह एक सामान्य अनुभव है जिसे हिप्निक जर्क कहा जाता है। यह नींद और जागने की स्थिति के बीच होने वाले बदलाव के कारण होता है।

हम में से कई लोग गहरी नींद में सोते समय अचानक ऊँची जगह से गिरने जैसा एहसास महसूस करते हैं। आँख खोलकर देखते हैं तो कुछ नहीं होता। यह एक सामान्य अनुभव है जिसे हिप्निक जर्क कहा जाता है।

यह एहसास नींद और जागने की स्थिति के बीच होने वाले बदलाव के कारण होता है। जब हम सोते हैं, तो हमारा शरीर आराम की मुद्रा में चला जाता है और मांसपेशियां ढीली पड़ जाती हैं। इस दौरान, मस्तिष्क अभी भी सक्रिय रहता है और सपने देखता है। कभी-कभी, मस्तिष्क जागने के संकेतों को गलत समझ लेता है और शरीर को हरकत करने का निर्देश देता है। चूँकि मांसपेशियां ढीली होती हैं, इसलिए यह हरकत गिरने जैसा एहसास पैदा करती है।

हाइप्निक जर्क (Hypnic Jerk) : 

सोते समय होने वाले इस झटके को हाइप्निक जर्क कहा जाता है। इसे हाइपर जर्क या स्लीप स्टार्ट भी कहते हैं।

मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक कोई निश्चित कारण नहीं पता चला है कि नींद में ऐसा क्यों होता है। उनका मानना है कि यह एहसास नींद और जागने की स्थिति के बीच एक तीव्र संघर्ष के कारण हो सकता है।

जब हम गहरी नींद में होते हैं, तो हमारा शरीर लकवाग्रस्त अवस्था में चला जाता है। इस दौरान, REM नींद के दौरान सपने आते हैं। जब हमारा शरीर मस्तिष्क को बायपास करके काम करता है, तो हमें गिरने जैसा एहसास होता है या हम अचानक जाग जाते हैं।

गहरी नींद में हमारी मांसपेशियों में संकुचन होता है, जिसे मायोक्लोनस कहा जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हिचकी आना भी इसी तरह की क्रिया है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि गहरी नींद में गिरने जैसा एहसास होना बहुत ही सामान्य है और इससे कोई नुकसान नहीं होता है। 

कारण : 

शोधकर्ताओं का कहना है कि अधिक कैफीन, निकोटीन का सेवन, अत्यधिक व्यायाम, तनाव, अनिद्रा जैसी समस्याओं वाले लोगों को यह एहसास अधिक बार हो सकता है। 

शोधकर्ताओं का कहना है कि तनाव और अनिद्रा इसके मुख्य कारण हैं। अगर किसी व्यक्ति को यह एहसास बार-बार होता है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि वह तनाव या चिंता में है।

उपाय :

तनाव, अधिक काम और काम का बोझ कम करें, देर रात तक काम करने से बचें। अच्छी नींद बहुत जरूरी है। इसलिए, इस तरह के एहसासों से बचने के लिए, अच्छी नींद ही सबसे अच्छा इलाज है।