सार

microRNA Stimulates Hair Growth in Male: अब पुरुषों की इस वंशानुगत बाल झड़ने की समस्या का समाधान मिल गया है। जी हां, शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्हें इस भावनात्मक रूप से परेशान करने वाली स्थिति के लिए एक आशाजनक नया उपचार मिल गया है।

हेल्थ डेस्क:  मेल पैटर्न का गंजापन(Male Pattern Baldness) एक प्रकार का वंशानुगत बाल झड़ना है जो कि पुरुषों में बहुत आम समस्या है। वास्तव में, लगभग दो-तिहाई पुरुषों को 35 वर्ष की आयु तक पहुंचते-पहुंचते काफी मात्रा में बाल झड़ने का अनुभव होगा। लेकिन 50 वर्ष की आयु तक, यह आंकड़ा 85% तक बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त, एक चौथाई पुरुषों के बाल 21 वर्ष की आयु से पहले ही झड़ना शुरू हो जाते हैं। बालों का झड़ना पुरुषों के लिए परेशान करने वाला हो सकता है, कई रिपोर्टों के अनुसार उनका गंजापन उन्हें कम आकर्षक, उदास या बढ़ती उम्र से भयभीत महसूस कराता है।

MicroRNA से खत्म होगी पुरुषों में हेयर फॉल की समस्या

अब पुरुषों की इस वंशानुगत बाल झड़ने की समस्या का समाधान मिल गया है। जी हां, शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्हें इस भावनात्मक रूप से परेशान करने वाली स्थिति के लिए एक आशाजनक नया उपचार मिल गया है। अध्ययन लेखकों के अनुसार, उम्र बढ़ने के कारण बालों के रोम सख्त हो जाते हैं। पीएनएएस जर्नल में छपी स्टडी के मुताबिक यह पाया गया कि एक विशेष प्रकार के माइक्रोआरएनए(microRNA) के उत्पादन को बढ़ाकर बाल कूप कोशिकाओं को नरम करने से बालों के विकास और पुनर्जनन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

Tiny RNA बनेंगे गंजापन को दूर करने की कुंजी 

बोर्ड प्रमाणित कॉस्मेटिक त्वचा विशेषज्ञ डॉ. मिशेल ग्रीन के अनुसार, जो अध्ययन में शामिल नहीं थे, बालों के रोम में विभिन्न स्टेम कोशिकाएं होती हैं जो बालों के विकास के नियमन के लिए जिम्मेदार होती हैं। उन्होंने बताया, ‘इस नए अध्ययन में छोटे आरएनए कणों या माइक्रोआरएनए का उपयोग करके बाल पुनर्जनन में सफलता मिल सकती है।miR-205 को एक महत्वपूर्ण माइक्रोआरएनए के रूप में पहचाना गया है जो संभावित रूप से बालों के विकास को प्रोत्साहित कर सकता है।’

एक्सपेरिमेंट के दौरान सिर्फ 10 दिन में बढ़ गए चूहों के बाल

डॉक्टर ग्रीन ने कहा कि राइबोन्यूक्लिक एसिड सभी जीवित कोशिकाओं में मौजूद होता है। यह प्रोटीन उत्पादन को विनियमित करने के लिए हमारे डीएनए से निर्देश ले जाने के लिए एक संदेशवाहक के रूप में कार्य करता है। उम्र बढ़ने के साथ बालों के रोम सख्त हो सकते हैं, जो बदले में बालों के विकास को प्रभावित करते हैं। ‘इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि miR-205 का उत्पादन बढ़ने से स्टेम कोशिकाएं नरम हो गईं। बाल कूप स्टेम कोशिकाओं को नरम करने से, युवा और बूढ़े दोनों चूहों में बाल विकास में वृद्धि हुई। इसका असर भी काफी तेज था। केवल दस दिनों के बाद बालों में वृद्धि हुई।’

गंजेपन के उपचारों से किस प्रकार भिन्न होगा यह नया ट्रीटमेंट?

हेयर सर्जन डॉ. केन एल. विलियम्स जूनियर ने बताया कि पुरुषों और महिलाओं में बालों के झड़ने और पतले होने वाले ट्रीटमेंट के लिए कई चीजें शामिल हैं। इसमें मिनोक्सिडिल (रोगेन), फाइनास्टराइड (प्रोपेसिया, प्रोस्कर), लेजर लाइट थैरेपी, प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) सबसे चर्चित ट्रीमेंट्स हैं। साथ ही मरीजों के लिए हेयर रिस्टोरेशन सर्जरी भी एक सफल सर्जिकल निर्णय है। ग्रीन ने आगे बताया कि वर्तमान अध्ययन के आधार पर कोई भी उपचार हमारे पास उपलब्ध तंत्र से भिन्न माध्यम से काम करेगा। उन्होंने कहा, ‘मिनोक्सिडिल बाल विकास चक्र के विश्राम चरण को छोटा करके और विकास चरण को बढ़ाकर काम करता है। मिनोक्सिडिल कूप के लघुकरण को भी उलट देता है और बालों के रोम के चारों ओर परिसंचरण को उत्तेजित करता है।’ फिनास्टराइड के मामले में यह DHT को रोककर काम करता है, जो एक पुरुष हार्मोन है जो पुरुष पैटर्न गंजापन के लिए जिम्मेदार है। पीआरपी में विकास कारकों से भरपूर प्लेटलेट्स की सांद्रता को इंजेक्ट करना शामिल है, जो रोम के स्वास्थ्य में सुधार करता है, रक्त की आपूर्ति बढ़ाता है और रिपेरेटिव कोशिकाओं को उत्तेजित करता है।

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