मानसून में नहीं करना चाहिए वजाइनल हेयर शेव, जानें ना करने के इसके बेहतरीन फायदे
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मानसून का मौसम गर्मी से राहत तो दिलाता है। लेकिन यह अपने साथ ह्यूमिडिटी और नमी को लेकर आता है। जिसके कारण बहुत पसीना शरीर से निकलता है। प्राइवेट पार्ट में भी काफी पसीना होता है। पीरियड्स के दौरान तो पीड़ा और असहनीय हो जाती है। ऐसे में आप सोचते हैं कि प्यूबिक हेयर को हटा दिया जाए। शेव या ट्रिम कर लिया जाए। लेकिन मानसून के मौसम में बालों को हटाना अवॉयर्ड करना चाहिए। आइए बताते हैं इसकी वजह।
बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाता है
मानसून के मौसम में स्किन काफी सेंसिटिव हो जाते हैं। ऐसे में संक्रमण पैदा करने वाले वायरस और बैक्टीरिया से होने वाली रोगों की आशंका बढ़ जाती है। लेकिन प्यूबिक हेयर की वजह से बैक्टीरिया या फंगस स्किन तक नहीं पहुंच पाते हैं। जिससे योनि को संक्रमण से बचाया जा सकात है।
योनि के लिए सिक्यूरिटी का करता है काम
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि प्यूबिक हेयर अंतरंग हाइजीन में अहम भूमिका निभाता है। यह घर्षण को कम करता है। बैक्टीरिया के संचरण को रोकता है।
पसीना को कम करने में मदद करता है
ओपन एक्सेस प्यूबिक हेयर जर्नल में प्रकाशित शोध की मानें तो बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा पसीना आता है। लेकिन प्योबिक हेयर की वजह से योनि के आसपास पसीना कम मात्रा में होता है। अगर हेयर नहीं हो तो पसीने से बैक्टीरिया योनि के अंदर पहुंच सकता है।
संक्रमण के जोखिम को करता है
प्यूबिक क हेयर यौन रूप से संक्रामित संक्रमण,यूरिन ट्रैक में संक्रमण समेत कई तरह के संक्रमण के जोखिम को कम करता है। इसलिए जब तक बहुत जरूरी ना हो तब तक मानसून के मौसम में प्यूबिक हेयर को नहीं हटाना चाहिए।
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