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इन 13 तरह के कैंसर का कनेक्शन हैं मोटापे से जुड़ा, लक्षण पहचान कर तुरंत भागे डॉक्टर के पास
हेल्थ डेस्क. मोटापा कई तरह की बीमारियों को न्यौता देता है। लेकिन इसका सीधा कनेक्शन कैंसर से भी जुड़ा है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि Obesity 13 तरह के कैंसर की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं ओबिसिटी कैंसर सिम्पटम्स और कारण के बारे में।
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कैंसर का मतलब होता है कोशिकाओं की अनियंत्रित ग्रोथ। इसके वैसे तो कई कारण होते हैं। कुछ जेनेटिक से भी जुड़े होते हैं। रेडियोएक्टिव किरणों के संपर्क में रहने वाले लोगों में भी कैंसर का जोखिम बना रहता है। लेकिन मोटापा कैंसर के होने के पीछे बड़ी वजह बन रहा है।
मोटापा और कैंसर का कनेक्शन कैसे
मोटापे की वजह से एस्ट्रोजन की अधिक मात्रा में प्रोडक्शन होता है। ये ब्रेस्ट, एंडोमेट्रियल और डिम्बग्रंथि के कैंसर से जुड़े होते हैं। मोटापा की वजह से ब्लड में इंसुलिन और इंसुलिन जैसी वृद्धि के कारक उच्च स्तर पर पहुंच जाता है। इस सिचुएशन को हाइपरइंसुलिनमिया कहा जाता है। जिसकी जह से कोलन, किडनी और प्रोस्टेट में कैंसर हो सकात है। हाइपरइंसुलिनमिया कैंसर की एक स्थिति है।
मोटापे की वजह से 13 तरह के कैंसर का जोखिम
यूएस सीडीसी वेबसाइट में मौजूद रिपोर्ट के मुताबिक मोटापा यानीObesity से 13 तरह के कैंसर (Cancer) हो सकते हैं। जिसमें ओवरी कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, कोलन और मलाशय कैंसर, पित्ताशय की थैली का कैंसर, पेट का कैंसर, किडनी कैंसर, लिवर कैंसर, अग्न्याशय का कैंसर,अंडाशय कैंसर, ब्रेन कैंसर, थायराइड कैंसर, एडेनोकार्सिनोमा और मल्टीपल मायलोमा शामिल है।
जन्म के वक्त अधिक वजन वाले लोगों में कैंसर का जोखिम
जिन बच्चों का वजन जन्म के समय अधिक होता है। उनमें कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। युवा अवस्था में भी वजन तेजी से बढ़ने की वजह से कैंसर की समस्या हो सकती है।
कैसे करें बचाव
कहते है कि इलाज से बचाव अच्छा है। मोटापा कम करने के लिए शारीरिक श्रम करें, एक्सरसाइज करें। इसके अलावा हेल्दी और कम फैट वाली डाइट लें। मोटापा अगर बहुत बढ़ गया है तो इसे कम करने के लिए दवा या बैरियाट्रिक सर्जरी को भी अपना सकते हैं।
ये संकेत दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचे
मोटापा तेजी से बढ़ रहा है
मल या मूत्र में बार-बार खून आ रहा है
खाना निगलने में दिक्कत या रुकावट हो रही हो
स्तन का आकार बढ़ रहा हो या लम्स पड़ रहा हो
भूख नहीं लग रही है और अपच की समस्या बनीं हो
ये तमाम लक्षण कैंसर के होते हैं। इसे भूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। सर्जरी और कीमोथेरेपी समेत कई तरह के उपचार विधि से कैंसर को मात दिया जा सकता है।
कितना होना चाहिए बीएमआई
किसी व्यक्ति का वजन बॉडी मास इंडेक्स यानि बीएमआई से मापा जाता है। एक हेल्दी इंसान का बीएमआई 18.5 और 24.9 के बीच होना चाहिए। 25 से ऊपर BMI वाले लोगों को अधिक वजन वाला माना जाता है। जबकि 30 से ऊपर BMI वाले लोगों को मोटा। पुरुषों का 40 और महिलाओं के 35 इंच कमर को स्वस्थ्य माना जाता है इसके ऊपर वाले लोगों पर बीमारी का खतरा ज्यादा मंडराता रहता है।
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