पीरियड्स के दौरान महिलाओं को क्या नहीं करना चाहिए, जानें जरूरी बातें
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प्रत्येक महिला को पीरियड्स होना बहुत ही सामान्य है। लेकिन इस दौरान पेट में दर्द, हैवी ब्लीडिंग, ऐंठन जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान कमजोरी और बहुत बेचैनी भी होती है। हालांकि, यह कहना सही नहीं होगा कि सभी के लिए यह अनुभव एक जैसा होता है। कुछ महिलाओं को ये परेशानियां बिल्कुल नहीं होती हैं। लेकिन कुछ के लिए पीरियड्स का समय बहुत मुश्किल भरा होता है। पर बहुत सी महिलाओं को यह नहीं पता होता है कि इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं? इसी वजह से उन्हें कई और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं पीरियड्स के दौरान क्या करें और क्या न करें?
पीरियड्स के दौरान गलती से भी कोई एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए, ऐसा बहुत से लोग कहते हैं। उनका मानना है कि इससे परेशानी और बढ़ सकती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि पीरियड्स के दौरान भी आप हल्के व्यायाम और योग कर सकती हैं। क्योंकि इससे आपके पेट के आसपास के हिस्से की स्ट्रेचिंग होती है.
यह प्रजनन अंगों को उत्तेजित करता है। साथ ही हार्मोन को संतुलित रखता है। इसके अलावा योग करने से पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। मासिक धर्म के दर्द में भी राहत मिलती है। तनाव कम होता है.
बहुत सी महिलाएं बिना यह जाने कि उनके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पैड अच्छे हैं या बुरे, बस यूं ही इस्तेमाल करती रहती हैं। लेकिन प्लास्टिक वाले पैड का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनसे रैशेज, रेडनेस और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही यह योनि क्षेत्र में हवा के प्रवाह को भी रोकते हैं। खासतौर पर यह बैक्टीरियल इंफेक्शन के खतरे को भी बढ़ाता है। इसलिए अच्छी सफाई और आराम के लिए प्राकृतिक सामग्री से बने कॉटन पैड का इस्तेमाल करें.
पीरियड्स के दौरान चिप्स, बर्गर, फ्राइज जैसे तले हुए खाने को बिल्कुल न खाएं। क्योंकि इनमें ट्रांस फैट बहुत ज़्यादा होता है। यह एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाते हैं। पीएमएस के लक्षणों को भी बढ़ाते हैं। इसलिए इनकी जगह आप फल, सब्जियां, अनाज, चॉकलेट जैसी चीजें खा सकती हैं.
पीरियड्स के दौरान चाय और कॉफी न पीना ही बेहतर होता है। क्योंकि इनमें मौजूद कैफीन पीएमएस के लक्षणों को बढ़ाता है। साथ ही यह एस्ट्रोजन के स्तर को भी बढ़ाता है।
चाय और कॉफी एंग्जायटी, तनाव और मूड स्विंग जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। इसलिए चाय और कॉफी की जगह अदरक वाली चाय या सौंफ-जीरा वाली चाय जैसी हर्बल चाय पिएं.
एक और ज़रूरी बात, बहुत सी महिलाएं एक ही पैड या टैम्पोन को पूरे दिन या आधे दिन तक इस्तेमाल करती रहती हैं। पैड चाहे गीला न भी हुआ हो या ब्लीडिंग न भी हो रही हो, तो भी एक ही पैड को ज़्यादा देर तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हर किसी को हर 3 घंटे में पैड ज़रूर बदलना चाहिए.
पीरियड्स समय पर लाने के लिए क्या करें?
पीरियड्स समय पर आएं, इसका मतलब है कि आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं। अनियमित पीरियड्स आपकी सेहत को ख़राब कर सकते हैं। आमतौर पर पीरियड्स 28 दिनों में आते हैं।
लेकिन कुछ महिलाओं को 24 से 35 दिनों के बाद पीरियड्स आते हैं। इसमें कोई परेशानी वाली बात नहीं है। लेकिन कई बार एक या दो महीने तक पीरियड्स नहीं आते हैं।
तनाव, पीसीओडी, फाइब्रॉएड, थायराइड समेत कई कारणों से पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं। कई बार शरीर में खून की कमी के कारण भी पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं। पर अगर आप एक ख़ास तरह की चाय पिएं, तो आपके पीरियड्स समय पर आ सकते हैं। तो आइए जानते हैं वह चाय कौन सी है?
सामग्री
केसर - 2-3 रेशे
गुड़ - 1 छोटा चम्मच
मेथी दाना - 1 छोटा चम्मच
धनिया पत्ती - 1 छोटा चम्मच
जीरा - 1 छोटा चम्मच
पानी - 200 मिली.
बनाने की विधि
गुड़ को छोड़कर बाकी सभी चीजों को पानी में डालकर आधा होने तक उबालें। फिर इसे छान लें और इसमें गुड़ मिलाकर पिएं.
मेथी दाने में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजन हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं। मेथी पीरियड्स साइकल को कंट्रोल करते हैं। इससे आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होता है। पीरियड्स समय पर आते हैं। वहीं जीरा पीरियड्स के फ्लो को नियमित करने में मदद करता है।
जीरे में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ कई तरह के एंजाइम भी पाए जाते हैं। यह पीरियड्स को नियमित रखता है। केसर पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन और पेट दर्द से राहत दिलाता है। पीरियड्स के दर्द को कम करने में धनिया पत्ती बहुत असरदार होती है। गुड़ भी इसमें मदद करता है.