सार
Water Fast Help in Weight Loss: जल उपवास(Water Fast) पर नई रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में पता चला है कि ये आपको वजन घटाने में बहुत ज्यादा मदद कर सकता है।
हेल्थ डेस्क: सावन का महीना (Sawan Month 2023) शुरू हो चुका है और इसी के साथ कई लोग इस मंथ अलग-अलग तरह के व्रत रखते हैं। सभी श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के मुताबिक व्रत में खाने के नियमों का पालन करते हैं। अब इसी बीच हम आपको एक ऐसे व्रत के बारे में बता रहे हैं जो कि अपनी वेट लॉस जर्नी में बहुत ज्यादा मदद कर सकता है। शिकागो में इलिनोइस विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, जल उपवास(Water Fast) पर नई रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में प्रतिभागी कुछ समय के लिए केवल पानी का सेवन करते हैं जो कि उनको वजन घटाने में मदद करता हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कितने समय तक रहेगा।
जल उपवास का ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल पर प्रभाव
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जल उपवास के कई अन्य मेटाबॉलिक लाभ भी हैं। इसमें देखने को मिला कि जैसे लोअर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल उपवास के तुरंत बाद गायब हो गए। यह अध्ययन पोषण समीक्षा में प्रकाशित किया गया था। काइन्सियोलॉजी और पोषण के प्रोफेसर और अध्ययन के मुख्य लेखक क्रिस्टा वरडी के अनुसार, उन लोगों के लिए कोई महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव नहीं दिखता है जो जल उपवास या इसी तरह के उपवास का पालन करते हैं जिसमें वे प्रति दिन बहुत कम कैलोरी का उपभोग करते हैं।
वजन घटाने वाले अन्य उपवासों की तरह है जल उपवास
इंटरमिटेंट उपवास की विशेषज्ञ वरडी ने कहा, ‘मेरा समग्र निष्कर्ष यह है कि मुझे लगता है कि आप इसे आजमा सकते हैं, लेकिन यह बहुत ज्यादा काम की तरह लगता है और इससे सभी चयापचय लाभ मिल जाते हैं।’ हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी बिना चिकित्सकीय देखरेख के पांच दिनों से अधिक समय तक इनमें से कोई भी उपवास नहीं करना चाहिए।चिकित्सकीय देखरेख वाला उपवास पूरे यूरोप में लोकप्रिय है जहां लोग दिन में केवल थोड़ी मात्रा में जूस और सूप का सेवन करते हैं। वरडी की टीम ने उनमें से प्रत्येक पेपर के परिणामों को देखा कि वे वजन घटाने पर उपवास के प्रभाव के साथ-साथ कई अन्य चयापचय चीजें भी देखीं। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल में सुधार अल्पकालिक था। कुछ अध्ययनों में टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह वाले प्रतिभागियों को शामिल किया गया था, जिन पर उपवास से कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ा, हालांकि उनकी बारीकी से निगरानी की गई और उपवास के दौरान उनकी इंसुलिन खुराक को समायोजित किया गया।
जल उपवास क्या हैं साइड इफेक्ट्स?
वरडी ने कहा, इन लंबे उपवासों के सबसे आम दुष्प्रभाव रुक-रुक कर उपवास के समान थे, जैसे सिरदर्द, अनिद्रा और भूख। अध्ययन में मेटाबोलिक एसिडोसिस या मृत्यु जैसे कोई गंभीर नकारात्मक प्रभाव नहीं पाए गए। उन्होंने ध्यान दिया कि इन लंबे उपवासों में भाग लेने वालों का वजन लगभग दो-तिहाई और वसा एक तिहाई कम हो गया। यह वजन घटाने के दौरान ज्यादातर समय मांसपेशियों की तुलना में अधिक वसा खा जाती है। इन चरम उपवासों में आपके शरीर को प्रोटीन के निरंतर सेवन की आवश्यकता होती है। यदि यह नहीं है, तो यह मांसपेशियों से खींचता है। अगर आप वजन कम करने की उम्मीद कर रहे तो किसी व्यक्ति को पानी के उपवास करने देने की बजाय पहले रुक-रुक कर इंटरमीडिएट उपवास करने के लिए प्रोत्साहित करें।
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