सार
Uric Acid Causes and Treatment: यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक कैमिकल होता है, जो शरीर में मृत कोशिकाओं से बनने के साथ-साथ भोजन के जरिए भी शरीर में प्रवेश करता है। जानें यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण क्या हैं।
हेल्थ डेस्क: यूरिक एसिड एक कार्बनिक यौगिक है जो हाईड्रोजन, ऑक्सीजन और नाईट्रोजन जैसे तत्वों से मिलकर बनता है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक कैमिकल होता है, जो शरीर में मृत कोशिकाओं से बनने के साथ-साथ भोजन के जरिए भी शरीर में प्रवेश करता है। किडनी शरीर में सबसे महत्वपूर्ण काम करती हैं, वो बेकार पदार्थों को छानकर पेशाब के द्वारा बाहर निकाल देती हैं। इन्हीं में एक कैमिकल यूरिक एसिड होता है। किडनी इसका शरीर की जरूरत के हिसाब से संतुलन करने के बाद जरूरत से अधिक एसिड को पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं। कई बार हमारे शरीर में यूरिक एसिड के स्तर में वृद्धि होने लगती है तब इसके कई दुष्प्रभाव नजर आने लगते हैं। यहां जानें यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण कौन-कौन से हैं।
खराब लाइफस्टाइल
आजकल हमारी जीवनशैली यूरिक एसिड बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है। 25 से 40 वर्ष के युवा पुरुषों में यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। वहीं स्त्रियों में यह समस्या 50 वर्ष की उम्र के बाद देखने को मिलती है।
किडनी फंक्शनिंग में दिक्कत
ज्यादा तर किडनी, यूरिक एसिड की अतिरिक्त मात्रा को यूरिन से बाहर निकाल देती है, लेकिन जिन लोगों की किडनी सही ढंग से काम नहीं करती, उनके शरीर में भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है। इसलिए जैसे ही यूरिक एसिड की समस्या बड़े तुरंत ही किडनी का चेकअप जरूर कराएं।
उपवास, क्रैश डाइटिंग और खानपान के कारण
खानपान के कारण भी कई बार समस्याएं उत्पन्न होती हैं। प्रोसेस्ड चीज, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, पालक आदि के अधिक मात्रा में सेवन से भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है। वहीं अगर आप भोजन करना बंद कर दें तो आपके शरीर में यूरिक एसिड जैसे कई दोष पैदा होने लगते हैं। इससे बचने के लिए अधिक उपवास या क्रैश डाइटिंग से बचें।
किडनी में स्टोन की समस्या
अगर व्यक्ति की किडनी भीतरी दीवारों की लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो तो ऐसे में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से किडनी में स्टोन भी बनने लगता है। यूरिक एसिड के बढ़ते स्तर के लिए आपको इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
यूरिक एसिड से बचाव के उपाय
- सबसे पहले तो ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीने की कोशिश करें। इससे ब्लड में मौजूद अतिरिक्त यूरिक एसिड आसानी से यूरिन के जरिये बाहर निकल जाएगा।
- बर्फ की सिंकाई फायदेमंद साबित होती है। दर्द वाले स्थान पर कपड़े में लपेटकर बर्फ से जरूर सिकाई करें।
- नियमित रूप से दवाओं का सेवन करते हुए इस समस्या से ग्रस्त लोगों को हर छह माह के अंतराल पर यूरिक एसिड की जांच करानी चाहिए।
- हमेशा कार्बोहइड्रेट, प्रोटीन, फैट, विटमिन और मिनरल्स सब कुछ मिलाकर संतुलित आहार लें। आमतौर पर शाकाहारी भारतीय भोजन संतुलित होता है और इसमें फेर-बदल की जरूरत नहीं होती है।
- नियमित एक्सराइज इस समस्या से बचने का सबसे आसान उपाय है क्योंकि इससे शरीर में अतिरिक्त प्रोटीन जमा नहीं हो पाता है।
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