सार

दुनिया भर में Penis Cancer के मामले बढ़ रहे हैं। 25 साल में इसके मामलों में 77 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।

हेल्थ डेस्क। Penis Cancer एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है। इससे Penis और आसपास के जेनाइटल एरिया प्रभावित होते हैं। दुनिया भर में इसके मामले बढ़ रहे हैं। अभी तक वैज्ञानिकों को यह पता नहीं चला है कि इसके होने की असली वजह क्या है। इसका जोखिम बढ़ाने के कई वजह हैं।

अगले 25 सालों में 77% तक बढ़ सकते हैं Penis Cancer के मामले

एक नई जांच के अनुसार दुनिया भर में Penis Cancer के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अगले 25 सालों में इसमें 77% की वृद्धि हो सकती है। चीन के Sun Yat-Sen यूनिवर्सिटी में इसको लेकर जांच की गई है। Penis Cancer के सबसे अधिक मामले युगांडा में देखने को मिले हैं। दूसरे नंबर पर ब्राजील है। यहां 2013 से 2023 के बीच इसके 21,000 मामले सामने आए। 4,000 पुरुषों की मौत इस बीमारी के चलते हुई।

क्यों बढ़ रहे हैं Penis Cancer के मामले?

डॉक्टरों के अनुसार HPV (Human papillomavirus vaccination) की दर में कमी से Penis Cancer के मामले बढ़ रहे हैं। Penis Cancer के करीब 60 प्रतिशत मामले HPV संक्रमण के चलते होते हैं। इसमें टाइप 16 और 18 सबसे आम हैं। HPV त्वचा से त्वचा के संपर्क से फैलता है। अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई सेक्स संबंध बनाता है तो उसे भी HPV का संक्रमण लग सकता है। सेक्स टॉय शेयर करने से भी यह फैलता है।

HPV के संक्रमण से इंसान के शरीर में ऐसे प्रोटीन बनते हैं जो ट्यूमर को दबाने वाले जीन का काम रोकते हैं। इससे कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह आगे चलकर कैंसर का रूप ले लेती हैं। एचपीवी के अलावा यह कैंसर तम्बाकू खाने से भी हो सकता है। तम्बाकू में कैंसर पैदा करने वाले रसायन होते हैं। इससे डीएनए को नुकसान पहुंचाता है। फिमोसिस स्मेग्मा और सोरायसिस के यूवी लाइट ट्रिटमेंट से भी यह कैंसर हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार जो पुरुष अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई का ध्यान रखते हैं उनमें यह कैंसर होने का खतरा कम रहता है।

Penis Cancer कैंसर क्या है?

विशेषज्ञों के अनुसार Penis Cancer तब विकसित होता है जब Penis की Malignant cells अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। कैंसर Penis में कहीं भी बन सकता है। यह अधिकतर टॉप या चमड़ी पर शुरू होता है। 95 प्रतिशत Penis Cancer SCC (Squamous cell carcinoma) के कारण होता है। यह त्वचा की परत के ऊपरी भाग एपिथीलियम में बनता है। 5 फीसदी Penis Cancer बेसल सेल कार्सिनोमा, मेलेनोमा और सारकोमा सहित विभिन्न प्रकार के ऊतकों में बनते हैं।

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Penis Cancer के लक्षण

  •  Penis Cancer के चलते पुरुष का प्राइवेट पार्ट अलग दिखने लगता है। त्वचा का रंग बदल सकता है। गांठ भी दिखाई दे सकती है।
  •  Penis पर बिना दर्द वाले गांठ बनना या घाव होना, जिससे खून निकले।
  •  Penis में सूजन और जलन, विशेष रूप से टॉप पर
  • त्वचा का मोटा हो जाना या रंग बदलना
  •  चमड़ी के नीचे से बदबूदार तरल पदार्थ निकलना
  • Penis पर छोटे, पपड़ीदार उभार, चकत्ते
  • बार-बार संक्रमण होना

अगर इस तरह के लक्षण दिख रहे हों तो सतर्क हो जाना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

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