सार

World Breastfeeding Week 2023: मां का दूध नवजात के लिए अमृत के समान होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक जन्म से छह महीने तक नवजात को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए। आइए जानते हैं विश्व स्तनपान सप्ताह के बारे में सबकुछ।

हेल्थ डेस्क.विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week 2023) हर सप्ताह 1-7 अगस्त तक मनाया जाता है। वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक की शुरुआत स्तनपान को बढ़ावा देने और दुनिया भर में बच्चों के स्वास्थ्य सुधार में जागरुकता फैलाने के लिए किया गया। जन्म के बाद एक नवजात के लिए जो सबसे जरूरी चीज होता है वो मां का दूध होता है। छह महीने तक बच्चों को सिर्फ मां के दूध पर रखने की सलाह दी जाती है। अगर एक बच्चे को मां का दूध अच्छी तरह मिल गया तो उसे ताउम्र कई तरह की बीमारियां नहीं होंगी। इम्यून सिस्टम मजबूत होगा। तो चलिए बताते हैं विश्व स्तनपान सप्ताह का इतिहास।

World Breastfeeding Week 2023 History

अगस्त 1990 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), UNICEF समेत कई संगठन ने मिलकर ब्रेस्टफीडिंग की सुरक्षा, प्रचार और समर्थन के लिए हस्ताक्षर किए थे। 1991 में वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन (WABA ) का गठन किया गया। शुरुआत में यह निर्णय लिया गया कि ब्रेस्टफीडिंग वीक केवल एक दिन मनाया जाएगा। लेकिन फिर इसे पूरे सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया। 1992 में पहला वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक आधिकारिक तौर पर आयोजित किया गया। उस वर्ष 70 देशों ने नई पहल का जश्न मनायाष अब इसमें 170 देशों की भागीदारी है।

World Breastfeeding Week Importance

स्तन के दूध में एंटीबॉडी मौजूद होता है जो वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। नवजात के अंदर मां का दूध ताकत भरने का काम करता हैं। उनका इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है। इसके अलावा मां का दूध पीने से बच्चों में अस्थमा और एलर्जी का खतरा भी कम हो जाता है। इतना ही नहीं ब्रेस्टफीडिंग सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं मां के लिए भी जरूरी होता है। महिला को यह स्तन कैंसर,डिम्बग्रंथी कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम करता है। महिलाओं के अंदर जागरुकता फैलाने के लिए विश्व स्तनपान दिवस मनाया जाता है। पूरे सप्ताह दुनिया भर में इसे लेकर इवेंट, सेमिनार का आयोजन किया जाता है।

World Breastfeeding Week 2023 Theme

इस साल ब्रेस्ट फीडिंग का थीम है,'ब्रेस्ट फीडिंग को सक्षम करना:कामकाजी माता-पिता के लिए अंतर बनाना ।' इस थीम के पीछे का कारण लोगों को स्तनपान के फायदे और इसकी अहमियत के बारे में बताना भी है। महिला के साथ-साथ पुरुषों को भी जागरुक करना है जो उनके खानपान का ख्याल रखें। उन्हें रेस्ट करने के लिए वक्त दें। क्योंकि मां का दूध तभी अच्छे बनता है जब उनकी डाइट अच्छी हो और उन्हें रेस्ट मिलें।

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