सार
हर बच्चे का स्वभाव एक-दूसरे से अलग होता है। यहां तक कि भाई-बहनों के स्वभाव में भी फर्क पाया जाता है। कुछ बच्चे बहुत शर्मीले होते हैं, वहीं कुछ काफी चंचल और बेलौस स्वभाव के होते हैं। ज्यादा शर्मीले बच्चे आसानी से दूसरों से घुल-मिल नहीं पाते। इससे आगे चल कर उनके लिए समस्या हो सकती है।
लाइफस्टाइल डेस्क। हर बच्चे का स्वभाव एक-दूसरे से अलग होता है। यहां तक कि भाई-बहनों के स्वभाव में भी फर्क पाया जाता है। कुछ बच्चे बहुत शर्मीले होते हैं, वहीं कुछ काफी चंचल और बेलौस स्वभाव के होते हैं। ज्यादा शर्मीले बच्चे आसानी से दूसरों से घुल-मिल नहीं पाते। इससे आगे चल कर उनके लिए समस्या हो सकती है। ज्यादा शर्मीले बच्चों का सेल्फ कॉन्फिडेंस कम हो जाता है। इसका उनकी पर्सनैलिटी के डेवलपमेंट पर अच्छा असर नहीं पड़ता है। कुछ टिप्स का इस्तेमाल कर उनकी इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
1. बच्चे को दूसरों से मिलने के लिए प्रोत्साहित करें
अगर आपके घर में कोई आता है तो जो बच्चे शर्मीले स्वभाव के होते हैं, वे तुरंत भाग कर घर के अंदर चले जाते हैं। ऐसे में, आप बच्चे को घर आए मेहमान से मिलने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे को आने वाले लोगों से मिलवाएं। इससे धीरे-धीरे बच्चे में आत्मविश्वास बढ़ने लगता है और कुछ समय में उसका शर्मीलापन दूर हो जाता है।
2. बच्चे को बाहर ले जाएं
जो बच्चे शर्मीले स्वभाव के हों, उन्हें अपने साथ बाहर लेकर जाएं। उन्हें बाजार या ऐसी जगहों पर ले जाएं, जहां लोगों से बातचीत करने का मौका उन्हें मिले। अगर उन्हें सोशल एक्सपोजर मिलता है, तो उनका शर्मीलापन दूर हो जाएगा। इसके साथ उनका आत्मविश्वास भी मजबूत होगा।
3. अजनबी लोगों से दूर करें डर
अगर बच्चा नए और अजनबी लोगों को देख कर डरता हो तो उसे समझाएं कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें किसी से भी खुल कर बात करना सिखाएं। बच्चे को हमेशा यह बताएं कि किसी से भी अपनी बात कहने में झिझकना नहीं चाहिए।
4. बच्चे के व्यवहार पर रखें नजर
कई बार कुछ खास परिस्थितियों की वजह से भी बच्चे शर्मीले हो जाते हैं। इसके पीछे उनके साथ किया गया गलत व्यवहार भी हो सकता है। अगर बच्चे के साथ कभी किसी ने यौन दुर्व्यवहार करने की कोशिश की हो तो इससे भी उसके स्वभाव में बदलाव हो सकता है। उसका स्वभाव शर्मीला हो सकता है और वह लोगों से मिलने-जुलने से कतरा सकता है।
5. बच्चे के साथ करें दोस्ताना व्यवहार
अगर आपका बच्चा शर्मीला है और दूसरे लोगों के सामने आने से कतराता है, तो पेरेन्ट्स को चाहिए कि वे बच्चे के साथ खुल कर बातचीत करें। उसके साथ दोस्ताना व्यवहार करें और उसकी बातों को महत्व दें। इससे बच्चे में सेल्फ कॉन्फिडेंस मजबूत होगा और वह अपनी बातें आपसे शेयर कर सकेगा। इससे उसकी समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है।